दिल्ली की सीमा पर अब भी जमे हैं किसान, राजधानी को नोएडा से जोड़ने वाला मुख्य मार्ग किया बंद

punjabkesari.in Saturday, Dec 05, 2020 - 04:10 PM (IST)

नेशनल डेस्क: तेज ठंड के बीच केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हजारों किसान लगातार दसवें दिन भी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर जमे हुए हैं। किसानों ने दिल्ली को नोएडा से जोड़ने वाले एक मुख्य मार्ग को भी शनिवार को अवरुद्ध कर दिया। चिल्ला बार्डर से होकर गुजरने वाला दिल्ली-नोएडा लिंक रोड शनिवार सुबह तक यातायात के लिए खुला हुआ था, जिसे प्रदर्शनकारी किसानों ने पूर्वाह्न करीब 11 बजे अवरूद्ध कर दिया। 

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किसान संगठनों ने सरकार और कारपोरेट घरानों के खिलाफ प्रदर्शन करने और पुतला दहन करने के साथ साथ दिल्ली में दाखिल होने के लिए अहम टिकरी, सिंघु, झरोड़ा, गाजीपुर और चिल्ला बॉर्डर को बाधित कर दिया है जिसकी वजह से यातायात प्रभावित हुआ है। पुलिस ने इन बॉर्डर पर यातायात का मार्ग परिवर्तित किया है। इसकी वजह से वैकल्पिक मार्गों पर ट्रैफिक जाम लग गया है। 

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पुलिस ने लगातर दसवें दिन चल रहे किसान आंदोलन के मद्देनजर दिल्ली-हरियाणा सीमा के सिंघु, टिकरी, झारोडा, झाटीकड़ा, औचंदी, लामपुर, पियाओ, मनियारी और मंगेश सीमा को बंद कर दिया है। यात्री दरौला, कापसहेड़ा, रजोकरी राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-8, बिजवासन/बजघेड़ा, पालम विहार और डुंडाहेड़ा सीमा के रास्ते हरियाणा जा सकते हैं। पुलिस ने बताया कि केवल दुपहिया और हल्के वाहनों के लिए बड़ूसराय बॉर्डर खुला है। ' पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, मुजफ्फरनगर, फिरोजाबाद, कासगंज, गौतमबुद्ध जैसे जिलों से आए तथा भारतीय किसान यूनियन, भारतीय किसान यूनियन (भानु) और भारतीय किसान यूनियन (लोकशक्ति) जैसे संगठनों से जुड़े किसान यहां बार्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। 

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भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से किसानों के साथ बातचीत करने की मांग की है और कहा कि किसान प्रधानमंत्री के साथ शांतिपूर्वक वार्ता करने के लिए तैयार हैं। इसी बीच, धरना स्थल पर पहुंचे अतुलेश्वर धाम इंद्रप्रस्थ पीठ के स्वामी योगेश्वर अचार्य महाराज ने कहा कि संत समाज के मंदिरों का निर्वाह किसानों द्वारा किया जाता है। सरकार अगर अपने रुख पर अड़ी रही, तो संत समाज को भी किसानों के साथ आंदोलन में उतरना पड़ेगा। 


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vasudha

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