LIVE: किसानों की सिंघु बॉर्डर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस, बोले- यह किसी एक प्रदेश का आंदोलन नहीं

punjabkesari.in Monday, Nov 30, 2020 - 04:45 PM (IST)

नेशनल डेस्क: नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन सोमवार को पांचवें दिन भी जारी है। किसान संगठनों ने सिंघु बॉर्डर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि यह आंदोलन किसी एक देश का नहीं है। बता दें कि किसान पिछले 4 दिन से दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं और वे जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने पर अड़े हैं। किसानों को मनाने के लिए देर रात भजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पर हाई लेवल बैठक हुई जो करीब 2 घंटे तक चली। बैठक में किसानों के आंदोलन पर क्या चर्चा हुई इस पर अभी कोई जानकारी नहीं हैं। किसानों के आंदोलन से जुड़े हर अपडेट को जानने के लिए जुड़े रहे punjabkesari.in के साथ....

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LIVE अपडेट्स

  • किसान नेता योगेंद्र यादव ने कहा है कि किसान संगठन बातचीत के लिए सरकार की किसी भी शर्त को मानने के लिए तैयार नहीं हैं। पंजाब के 20 से अधिक किसान संगठनों ने आंदोलन स्थल पर ही बातचीत करने पर जोर दिया।
  • तोमर ने कहा कि सरकार किसानों के साथ खुले मन से बातचीत करना चाहती है और कृषि सुधार कानूनों का कृषि उत्पादों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से कोई लेना-देना नहीं है। 
  • किसान संगठन दिल्ली की सीमा पर जमे हैं जिससे कई प्रमुख रास्ते पिछले चार दिन से बंद है और बड़ी संख्या में वाहन फंसे हुए हैं। कुछ किसान संगठन राजधानी के रामलीला मैदान या जंतर-मंतर आकर आंदोलन करना चाहते हैं।
  • किसान संगठन अपने साथ राशन पानी लेकर आए हैं और लंबे समय तक आंदोलन की तैयारी में हैं। 
  • हरियाणा के खाप पंचायतों ने किसानों के आंदोलन का समर्थन करने तथा आज दिल्ली मार्च करने का निर्णय किया है।

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अमित शाह, राजनाथ सिंह, नरेंद्र तोमर ने नड्डा के साथ की चर्चा 
नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने रविवार देर शाम भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ चर्चा की। सूत्रों के अनुसार, तीनों मंत्रियों ने इस मुद्दे पर विचार-विमर्श के लिए नड्डा के आवास पर उनसे मुलाकात की। यह बैठक करीब 2 घंटे तक चली। बता दें कि शाह पहले ही आंदोलनरत किसानों से बुराड़ी मैदान में जाने की अपील कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि तय स्थान पर पहुंचने के बाद सरकार किसानों से बातचीत के लिए तैयार है।

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तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमा पर पिछले चार दिनों से धरना-प्रदर्शन कर रहे किसानों ने रविवार को केंद्र सरकार के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया और राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश के सभी पांच रास्तों को बंद करने की धमकी दी। प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों और सरकार के बीच 3 दिसंबर को बातचीत प्रस्तावित है।

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दिल्ली के सभी प्रवेश मार्ग करेंगे बंद : किसान
राजधानी की सीमाओं पर पिछले चार दिन से प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों ने प्रदर्शनकारियों के उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी स्थित मैदान में जाने के बाद बातचीत शुरू करने के केंद्र के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया और कहा कि वे कोई सशर्त बातचीत स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि वे राष्ट्रीय राजधानी में आने वाले सभी पांच प्रवेश मार्गो को बंद कर देंगे।

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Seema Sharma

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