किसानों का मिशन बंगाल, भाजपा के नीतियों के खिलाफ आज नंदीग्राम में निकलेंगे रैली

punjabkesari.in Saturday, Mar 13, 2021 - 10:05 AM (IST)

नेशनल डेस्क:  केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों ने भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सरकार पर दबाव बनाने के लिए किसान नेता उन सभी राज्यों में जा रहे हैं जहां चुनाव घोषित हो चुके हैं। संयुक्त किसान मोर्चा तीन दिन तक बंगाल में महापंचायतें, रैलियां, जनसभाएं आदि के जरिए नए कानूनों को लेकर भाजपा की घेराबंदी कर रही है। इसी कडी में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत आज किसान रैली करेंगे।

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मतदाताओं से की भाजपा को वोट न देने की अपील
किसान नेता बंगाल के मतदाताओं से अपील कर रहें हैं कि वे किसान विरोधी रवैये के कारण आगामी चुनावों में भाजपा को दंडित करें। टिकैत ने शुक्रवार को कहा कि विपक्षी नेता किसानों के आंदोलन को ज्यादा समर्थन नहीं दे रहे क्योंकि उन्हें डर है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा निशाना बनाया जाएगा। उन्होंने केंद्र में भाजपा नेतृत्व वाली सरकार को ‘‘दो लोगों की सरकार'' बताया जो किसी की नहीं सुनती। टिकैत ने युवाओं की और भागीदारी का आह्वान करते हुए कहा कि तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ फिलहाल आंदोलन नवंबर तक जारी रहेगा।

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विपक्ष बदहाल स्थिति में: टिकैत
टिकैत ने दावा किया कि विपक्ष बदहाल स्थिति में है और किसानों के मुद्दे पर नहीं बोल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष के पुराने कारनामे उनकी राह में आड़े आ रहे हैं और उन्हें किसी मामले में फंसा दिए जाने का डर है। केंद्र पर निशाना साधते हुए किसान नेता ने कहा कि अगर सरकार होती तो वार्ता होती। लेकिन देश में दो लोगों की सरकार है।  यह सरकार किसी की राय नहीं लेती है। टिकैत ने कहा कि किसानों का आंदोलन लंबी लड़ाई है और युवाओं को इसे अंजाम तक ले जाने के लिए तैयार रहना चाहिए।

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ये है किसानों का पूरा प्लान
बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा 12 से 14 मार्च के बीच बंगाल की राजधानी कोलकाता, नंदीग्राम, सिंगुर, आसनसोल में निरंतर एक के बाद एक रैलियां, रोड शो, किसान महापंचायतें, जनसभाएं करेगा। इसके अलावा मोर्चा के नेता स्थानीय मीडिया के जरिए भी अपनी बात आम जनता तक पहुंचाएगा। नए कृषि संबंधी सामग्री भी लोगों में वितरित की जाएगी।मोर्चा के बड़े नेताओं में राकेश टिकैत, बलबीर सिंह राजेवाल, गुरुनाम सिंह चढूनी, हन्नान मुल्ला, युद्ववीर सिंह के अलावा मेघा पाटकर, योगेद्र यादव उक्त कार्यक्रमों में मौजूद रहेंगे। ये नेता किसानों के अलावा मजदूर व गरीबों को कृषि कानून से होने वाले नुकसान को बताएंगे।

 


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Content Writer

vasudha

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