किसानों ने हाथ जोड़कर आम जनता से मांगी माफी, कहा- आप हमारी मजबूरी समझें
punjabkesari.in Monday, Dec 14, 2020 - 05:11 PM (IST)
नेशनल डेस्क: केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 19 दिनों से सिंघू बॉर्डर पर हजारों किसान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान आंदोलन के कारण दिल्ली के साथ लगती सारी सीमाएं सील हैं। इसी बीच सोमवार को किसान 9 घंटे की भूख हड़ताल पर बैठे। दिल्ली के अलावा देश के अन्य हिस्सों में भी किसान आंदोलन की आंच पहुंच रही है। कड़कड़ती ठंड में भी किसान बॉर्डरों से हटने को तैयार नहीं है। किसानों की बॉडरों पर ही सुबह हो रही है और रात भी।
किसान आंदलन से सबसे ज्यादा परेशानी आम जनता को हो रही है। दरअसल आंदोलन के चलते दिल्ली आने-जाने वालों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं आम जनता की परेशानियों को देखते हुए संयुक्त किसान मोर्चा ने एक माफीनामा जारी किया है। इस माफीनामे में किसानों ने आम लोगों से माफी मांगी और खेद जताया है।
ये लिखा माफीनामे में
माफीनाम में संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से लिखा गया है कि हाथ जोड़ कर माफी मांगते हैं, हम किसान हैं। केंद्र सरकार ने कृषि कानून लागू किया है जो हमें मंजूर नहीं है। किसानों ने कहा कि हमें सरकार की तरफ से कोई दान नहीं बल्कि अपनी फसलों का दाम चाहिए। हम माफी मांगते हैं अगर आम लोगों को इससे परेशानी हो रही है तो। सड़क बंद करना या लोगों को परेशान करना हमारा मकसद नहीं है। हम तो मजबूरी में यहां बैठे हैं। हम सरकार को अपनी बात सुनाना चाहते हैं। आम लोगों को हो रही दिक्कतों के लिए हम माफी मांगते हैं। अगर किसी मरीज या जरूरतमंद को कोई परेशानी हो रही हो तो तुरंत हमसे संपर्क करें, हमारे वॉलंटियर मदद करेंगे।
इससे पहले भी किसान कह चुके हैं कि वो किसी को परेशान करने नहीं बल्कि अपने हक की लड़ाई के लिए यहां बैठे हैं। बता दें कि किसानों के आंदोलन के कारण कई रास्ते काफी दिनों से बंद हैं, कई जगह डायवर्जन है तो कहीं लंबा जाम लगा है। वहीं दिल्ली में दूध की किल्लत भी होती जा रही है। बॉर्डर बंद होने के कारण कारोबारी अपनी गाड़ियां लेकर दिल्ली नहीं जा रहे हैं।