कांग्रेस, जद (एस) के सम्मुख अस्तित्व का संकट : सदानंद गौड़ा

punjabkesari.in Saturday, Nov 23, 2019 - 08:37 PM (IST)

बेंगलुरू: केंद्रीय मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा ने शनिवार को दावा किया कि कांग्रेस और जद (एस) के समक्ष अस्तित्व का संकट पैदा हो गया है और कर्नाटक में पांच दिसम्बर को होने वाले उपचुनावों से पहले वे भाजपा के खिलाफ एकजुट होने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिद्धरमैया और एच डी कुमारस्वामी अपनी पार्टी कांग्रेस और जद (एस) को समाप्त करने पर तुले हुए हैं। उपचुनावों में भाजपा के सभी 15 विधानसभा सीटों पर जीतने का विश्वास जताते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने चुनाव आयोग से आग्रह किया कि के. आर. पेटे और होसकोटे विधानसभा क्षेत्रों को ‘संवेदनशील' घोषित किया जाए।

गौड़ा ने कहा, ‘उपचुनाव का प्रचार पूरे जोरों पर है और राजनीतिक घटनाक्रम नया मोड़ ले रहा है। जो दल नैतिकता और सिद्धांत को छोड़ चुके हैं और अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं, वे खुद को बचाने के लिए एकजुट हो रहे हैं।' जद (एस) के कुमारस्वामी और देवगौड़ा हाल तक कहते रहे कि कांग्रेस की तुलना में भाजपा बेहतर है और कांग्रेस के सिद्धरमैया ने भी कहा कि उनकी पार्टी अब जद (एस) से फिर हाथ नहीं मिलाएगी लेकिन पिछले दो- तीन दिनों से उनका व्यवहार बदला हुआ नजर आ रहा है। गौड़ा कांग्रेस और जद (स) नेताओं के दावे का जिक्र कर रहे थे कि दोनों दलों का मुख्य उद्देश्य अयोग्य ठहराए गए विधायकों को हराना है जिन्हें भाजपा ने 15 विधानसभा क्षेत्रों में से 13 पर उम्मीदवार बनाया है। 

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा,‘एक तरफ सिद्धरमैया और दूसरी तरफ कुमारस्वामी, दोनों अपने दलों को हराने के लिए अंतिम प्रयास कर रहे हैं। मैं उनके सफलता की कामना करता हूं।' उन्होंने दावा किया कि जद (एस) खत्म हो चुका है और एक परिवार तक सीमित रह गया है जबकि कांग्रेस में सिद्धरमैया अकेले रह गए हैं क्योंकि पार्टी के कई वरिष्ठ नेता उनके कामकाज के तरीके से नाराज हैं। जिन 15 क्षेत्रों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं उनमें 12 पर कांग्रेस और तीन पर जद (एस) काबिज है। अयोग्य ठहराए गए विधायकों की बगावत के कारण दोनों दलों के गठबंधन में चल रही सरकार गिर गई थी।


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shukdev

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