कोरोना के इलाज में नहीं दी जा सकती जरूरत से ज्यादा एंटीबायोटिक, वैज्ञानिकों ने बताई ये वजह

punjabkesari.in Monday, Jan 17, 2022 - 05:29 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कोरोना महामारी की पिछली लहर के दौरान जो लोग इससे संक्रमित हुए थे उन्हें ठीक होने के लिए अधिक एंटीबायोटिक दवाएं लेनी पड़ी थीं, लेकिन अब हालात वैसे नहीं हैं। रिपोर्ट के मुताबिक पिछली लहर में एंटीबायोटिक का इस्तेमाल सीमा से अधिक हुआ है। लोगों को जरूरत से ज्यादा एंटीबायोटिक दवाएं दी गईं हैं जिससे आने वाले समय में उनके स्वास्थ्य पर बुरे प्रभाव देखे जा रहे हैं।

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि जिन दवाओं का इस्तेमाल गंभीर स्थिति में किया जाना था उनका इस्तेमाल सामान्य स्थिति में किया गया। यही एक कारण है कि एंटीबायोटिक की बिक्री में बढ़ोतरी देखी गई है।

जानें क्या वैज्ञानिकों ने किया है दावा
सेल ऑफ 'एंटीबायोटिक्स एंड हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन इन इंडिया ड्यूरिंग द कोविड-19 पेंडेमिक' नाम के रिसर्च पेपर में यह दावा किया गया है कि कोरोना वायरस के दौरान एजिथ्रोमाइसिन, डॉक्सीसाइक्लिन, फेरोपेन जैसी एंटीबायोटिक दवाओं का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हुआ है। खासतौर से एजिथ्रोमाइसिन की सेल काफी बढ़ी है।


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Content Editor

Hitesh

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