Assembly Elections 2022: कोरोना के चलते EC ने कड़े किए नियम, राजनीतिक दलों को सता रहा इस बात का डर

punjabkesari.in Saturday, Jan 08, 2022 - 07:27 PM (IST)

नेशनल डेस्क: चुनाव आयोग ने पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों का ऐलान कर दिया है। उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में चुनाव कार्यक्रम सात चरणों में पूरे होंगे।उत्तर प्रदेश में मतदान सात चरणों में, मणिपुर में दो चरणों में तथा उत्तराखंड, पंजाब और गोवा में एक-एक चरण में वोट डाले जाएंगे। पहले चरण में 10 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और सभी राज्यों में मतगणना 10 मार्च को होगी। चुनाव आयोग ने आदर्श चुनाव आचार संहिता भी लागू कर दी है और चुनावों के दौरान कोविड गाइडलाइन सख्ती से लागू की जाएगी।

डिजिटल प्लेटफॉर्म पर कब्जा जमाए हुए हैं बीजेपी- अखिलेश
कोविड के खतरे को ध्यान में रखते चुनाव आयोग ने इस बार चुनावी रैलियों पर पाबंदी लगी दी है। केवल वर्चुअल रैलियों की इजाज़त दी गई है। बीजेपी की सोशल मीडिया पर काफी मजबूत पकड़ है। ऐसे में राजनीतिकों दलों को इस बात का डर है कि बीजेपी इस बात का फायदा उठा सकती है। अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी के लोग डिजिटल प्लेटफॉर्म पर कब्जा जमाए हुए हैं। वर्चुअल माध्यम से चुनाव प्रचार को लेकर अखिलेश ने कहा कि जिन वर्कर के पास संसाधन नहीं है वो वर्चुअल रैली कैसे करेंगे। जो छोटी पार्टियां हैं उन्हें कैसे स्पेस मिलेगा।

यूपी से भाजपा का साफ होना तय
चुनाव आयोग द्वारा 5 राज्यों में चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद अखिलेश यादव ने कहा है कि ये तारीखें बदलाव की हैं। शुरुआत 10 फरवरी से हो रही है और 10 मार्च तक परिणाम आएगा। चुनाव आयोग द्वारा रखी गई शर्तों का पालन किया जाएगा। 10 मार्च के बाद यूपी से भाजपा का साफ होना तय है। उत्तराखंड कांग्रेस के नेता हरीश रावत का कहना है कि चुनाव लड़ने वाले 45 उम्मीदवारों के नामों की सूची पर सहमती बन गई है। हम देखेंगे कि अन्य राजनीतिक दल किस तरह से आ रहे हैं उस हिसाब से हम अपने शेष उम्मीदवारों के नामों की सूची जारी करेंगे। 

चुनाव आयोग को निष्पक्षता से काम करें- मल्लिकाअर्जुन
कांग्रेस नेता मल्लिकाअर्जुन ने कहा चुनाव निष्पक्ष होने चाहिए और हमारा अनुरोध है कि चुनाव आयोग को निष्पक्षता से काम करना चाहिए। हम भविष्य में देखेंगे कि वो कैसे काम करते हैं और विपक्ष व सरकार के साथ कैसा व्यवहार करते हैं।

मायावती की अपील
वहीं, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने सत्तारूढ़ दल की ओर आचार संहिता के उल्लंघन की आशंका को देखते हुये आयोग से अपील की है कि, ‘‘खासकर सत्ताधारी पार्टी द्वारा हर चुनाव में नए-नए हथकण्डे अपनाकर आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने की प्रवृति घातक रूप से आम होती जा रही है। जिस पर इस चुनाव में पूरी गंभीरता से ध्यान देने एवं तत्परता के साथ उसके विरुद्ध कारर्वाई करने की चुनाव आयोग से ख़ास अपील।''    

चुनाव आयोग ने बताया विधानसभा चुनावों के दौरान पूर्ण रूप से कोविड-दिशानिर्देश लागू किये:

  • 15 जनवरी 2022 तक सभी प्रकार की प्रत्यक्ष रैलियों, साइकिल और मोटरसाइकिल रैली, पद यात्राओं, नुक्कड़ सभाओं, जनसभाओं इत्यादि पर रोक रहेगी।
  • चुनाव में भाग लेने वाले दल वर्चुअल रैलियों के माध्यम से प्रचार कर सकेंगे।
  • स्थिति पर 15 जनवरी को समीक्षा करने के बाद पाटिर्यों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।
  • राजनीतिक दल रात आठ बजे से सुबह आठ बजे तक कोई रैली नहीं कर सकेंगे।
  • रैली के समय राजनीतिक दल कोविड के नियमों के तहत जनता को मास्क उपलब्ध करायेंगे।
  • डोर टू डोर कैम्पेन के लिए पांच लोगों की इजाज़त होगी, साथ ही प्रचार में कोविड गाइडलाइन का ध्यान रखना जरूरी है। 
  • केंद्रों पर मौजूद सभी कर्मचारियों दोनों डोज ले चुके होंगे, जरूरत पड़ने पर बूस्टर डोज की व्यवस्था होगी।
  • चुनाव में भाग लेने वाले सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को फ्रंट लाइन कर्मी का दर्जा दिया जाएगा।
  • कोविड नियमों का पालन न करने वालों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत कानूनी कारर्वाई की जाएगी।

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Content Editor

rajesh kumar

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