पश्चिम बंगालः कूचबिहार हिंसा पर EC का बड़ा फैसला, नेताओं के आने पर लगाया प्रतिबंध

punjabkesari.in Saturday, Apr 10, 2021 - 09:30 PM (IST)

कोलकाताः पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के मतदान के दौरान कूचबिहार में हुई हिंसा के बाद चुनाव आयोग ने अगले 72 घंटे के लिए किसी भी दल के नेताओं को जिले में आने से मना कर दिया है। चुनाव आयोग ने कहा कि किसी भी नेता के कूचबिहार में आने से लॉ एंड आर्डर की स्थिति बिगड़ सकती है। इसलिए ऐसा निर्णय लिया गया है। इसके अलावा अगले चरण के लिए 17 अप्रैल को होने वाले मतदान से पहले प्रचार ना करने की अवधि 48 घंटे से बढ़ाकर 72 घंटे कर दी गई है। 
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चौथे चरण के मतदान के दौरान कूचबिहार में भाजपा और टीएमसी कार्यकर्ता आपस में उलझ गए, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस दौरान सीतल्कूची में उपद्रवियों ने फायरिंग की। सीआईएसएफ ने अपने ऊपर हमले के बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए कथित तौर पर गोलियां चलाई, जिसमें चार लोग मारे गए। जिस मतदान केंद्र के पास यह हिंसा हुई, वहां वोटिंग रोक दी गई और चुनाव स्थगति कर दिए गए। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के चौथे चरण में शनिवार को 44 सीटों पर हुए मतदान में शाम 5 बजे तक 77 फीसदी वोटिंग हुई। कूचबिहार में चार लोगों के मारे जाने के बाद तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव आयोग का रुख किया है। 
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कूचबिहार में सुरक्षाबलों के द्वारा की गई फायरिंग में चार लोगों के मारे जाने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से शांत रहने की अपील की। साथ ही ममता बनर्जी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस बात का जवाब देने को कहा कि राज्य विधानसभा के चौथे चरण के मतदान के दौरान कूचबिहार जिले के सीतलकूची में केंद्रीय बलों की गोलीबारी में लोगों की जानें क्यों गईं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बलों के व्यवहार को देखकर उन्हें काफी समय से ऐसा कुछ होने की आशंका थी। भाजपा ने लोगों का जनाधार खो दिया है इसलिए लोगों को मारने का षड्यंत्र रच रही है। 
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Content Writer

Pardeep

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