प्रवासी मजदूरों का दिल्ली सरकार रखेगी ख्याल, केजरीवाल बोले- नहीं छोड़ेंगे उन्हे बेसहारा

punjabkesari.in Sunday, May 17, 2020 - 05:30 PM (IST)

नेशनल डेस्क: दिल्ली सरकार ने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि प्रवासी मजदूर सड़कों या रेल की पटरियों पर पैदल न चलें। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को पेश आ रही परेशानियों को खत्म करने के लिये अत्यावश्यक कदम उठाने को कहा है। एक आदेश में कहा गया कि अगर प्रवासी कामकार सड़क या रेल पटरी पर पैदल चलते पाए जाते हैं, तो उन्हें तत्काल नजदीक के आश्रय स्थल ले जाकर तब तक उनके खाने-पीने की व्यवस्था की जानी चाहिए जबतक विशेष ट्रेन या बस से उनके घर जाने का इंतजाम न हो जाए। 

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केजरीवाल ने आदेश में कहा कि किसी प्रवासी को कोई तकलीफ नहीं होनी चाहिए। उनके लिए जितनी जरूरत होगी, उतनी ट्रेन का इंतजाम किया जाएगा। सीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा कि दिल्ली में रह रहे प्रवासी मजदूरों की जिम्मेदारी हमारी है। अगर वो दिल्ली में रहना चाहते हैं तो उनका पूरा ख़्याल रखेंगे और अगर वो अपने गांव लौटना चाहते हैं तो उनके लिए ट्रेन का इंतजाम कर रहे हैं। किसी भी हालत में उन्हें बेसहारा नहीं छोड़ेंगे। 

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बता दें कि एक बार फिर दिल्ली-एनसीआर से हजारों प्रवासी मजदूर विभिन्न राज्यों में अपने घर लौटने के लिये पैदल ही निकल रहे हैं। इनमें से अधिकतर बिहार और उत्तर प्रदेश से हैं। मुख्य सचिव विजय देव द्वारा प्रवासी मजदूरों पर जारी आदेश में अधिकारियों से कहा गया है कि रेलवे से समन्वय कर उन्हें घर भेजने के काम में तेजी लाई जाए। देव ने नोडल अधिकारी पी के गुप्ता और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से शुक्रवार को कहा कि “सुनिश्चित करें कि प्रवासी सड़कों या रेल पटरियों पर पैदल न चलें।

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आदेश में कहा गया कि सभी श्रमिक ट्रेनों को बिना किसी रुकावट स्वीकार किया जाना चाहिए। पिछले हफ्ते से ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं, जब घर लौट रहे प्रवासी मजदूर जानलेवा हादसों का शिकार हो रहे हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लॉकडाउन के दौरान प्रवासी कामगारों की मुश्किलों के हल के लिये तत्काल कदम उठाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि वह औरैया में हुए हादसे में मजदूरों की मौत से बेहद दुखी हैं। केजरीवाल ने ट्वीट किया कि औरैया हादसे में मजदूरों की जान जाने से बेहद व्यथित हूं। प्रवासी कामगारों की त्रासदी लगातार बदतर होती जा रही है। तत्काल कुछ किये जाने की जरूरत है।
 


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vasudha

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