चक्रवात निसर्ग: 120 Km/h रफ्तार से महाराष्ट्र के तटीय इलाकों से टकराया तूफान, मुंबई एयरपोर्ट बंद

punjabkesari.in Wednesday, Jun 03, 2020 - 04:34 PM (IST)

नेशनल डेस्कः  भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को बताया कि ‘निसर्ग’ चक्रवात महाराष्ट्र के तट पर अलीबाग से टकरा गया है। मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान करीब 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से टकराया। आईएमडी ने एक बयान में कहा कि बादल का दाहिना हिस्सा महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्र, खासकर रायगढ़ जिले से होकर गुजर रहा है। यह आगामी तीन घंटे में मुंबई और ठाणे जिलों में पहुंचेगा। चक्रवात के पहुंचने की प्रक्रिया दोपहर करीब साढ़े 12 बजे शुरू हो गई थी। मुंबई के ज्यादातर इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। मुंबई और गुजरात के ज्यादातर इलाकों में रेड अलर्ट जारी है।

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चक्रवाती तूफान निसर्ग Updates

  • शाम 7 बजे तक #CycloneNisarga के चलते मुंबई हवाई अड्डे पर कोई टेक-ऑफ या लैंडिंग नहीं होगी। 
     
  • मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 129 साल बाद मुम्बई में ऐसा चक्रवात आ रहा है।
     
  • मुंबई के निचले स्थानों में रहने वालों को भारी बारिश, तेज हवाएं, समुद्र में ऊंची उठती लहरें और तूफान का सामना करना पड़ सकता है।
     
  • मौसम विभाग के मुताबिक लैंडफॉल को पूरा होने में करीब 3 घंटे लगेंगे।
  • अलीबाग में तेज हवाओं और बारिश के साथ कई जगहों पर पेड़ टूटकर गिर गए। तटीय इलाकों में जाने से रोका गया है।

  • तूफान के मद्देनजर बांद्रा-वर्ली सी लिंक पर ट्रैफिक की आवाजाही रोक दी गई है। 

  • महाराष्ट्र में एनडीआरएफ की 21 टीमें तैनात की गई हैं

  • ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। ऐसे में लोगों को घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है।

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ठाकरे की एडवाइजरी
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ के मद्देनजर क्या करें और क्या न करें की सूची बुधवार को जारी की। टि्वटर पर एक ग्राफिक साझा करते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय ने लोगों से अनुरोध किया कि वे टीवी और रेडियो पर आधिकारिक दिशा निर्देशों पर ध्यान दें और अफवाहों पर ध्यान न दें या उन्हें न फैलाएं। ठाकरे ने कहा कि लोग अपने घरों के बाहर रखी ढीली चीजों को बांधें और बैटरी से चलने वाले उपकरणों का नियमित तौर पर निरीक्षण करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि कमरे के बीच में रहे, कोनों से बचकर रहे क्योंकि मलबा अकसर कोनों में ही एकत्रित होता है। उन्होंने लोगों से मजबूत फर्नीचर जैसे कि स्टूल, भारी मेज या डेस्क के नीचे छिपने तथा इसे मजबूती से पकड़ने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि अपने सिर और गर्दन को बचाने के लिए हाथों का इस्तेमाल करें। ठाकरे ने गैर आवश्यक उपकरणों की बिजली आपूर्ति काटने का सुझाव दिया।

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साल 1891 के बाद मुंबई में नहीं आया कोई बड़ा चक्रवात
कोलंबिया विश्वविद्यालय में वातावरण विज्ञान विभाग के प्रोफेसर एडम सोबेल के अनुसार मुंबई में 1891 के बाद कोई बड़ा चक्रवाती तूफान नहीं आया है। मुंबई में 2005 में भयंकर बाढ़ आई थी और उसके बाद 2017 और 2019 में भी शहर जलमग्न हो गया था लेकिन इसका कारण चक्रवात नहीं था। आईएमडी के मुताबिक बुधवार को मुंबई के निचले स्थानों में रहने वालों को भारी बारिश, तेज हवाएं, समुद्र में ऊंची उठती लहरें और तूफान का सामना करना पड़ सकता है।

 

मुंबई में एयरपोर्ट, बंदरगाह पर तूफान के खतरे से बचाव के उपाय
मुंबई पर समुद्री चक्रवात के खतरे को देखते हुए महानगर के हवाईअड्डे और बंदरगाहों पर अधिकारियों ने सुरक्षा के विषेश प्रबंध किए हैं। मुंबई हवाई अड्डे की परिचालक कंपनी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (मायल) ने कहा कि चक्रवात के खतरे को देखते हुए उसने यात्रियों और हवाई जहाजों की सुरक्षा के लिए वहां अनेक प्रबंध किए हैं। नागर विमानन महानिदेशालय ने भी एक परिपत्र जारी करके एयरलाइनों और पायलटों को खराब मौसम में विमान सेवाओं के परिचालन के संबंध में स्थायी दिशा निर्देशों का पालन करने को कहा है।

 


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Seema Sharma

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