कोविड-19 के मामलों में वृद्धि से प्रभावित हुआ दिल्ली का पर्यटन क्षेत्र

punjabkesari.in Thursday, Jan 06, 2022 - 06:14 PM (IST)

नेशनल डेस्क: दिल्ली में कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर ने राष्ट्रीय राजधानी में पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र को बुरी तरह प्रभावित किया है, क्योंकि शहर में ट्रैवल एजेंसियों और होटलों के मालिकों ने अपने कारोबार में 60-70 प्रतिशत की गिरावट आने की बात कही है। पर्यटन क्षेत्र के विशेषज्ञों के अनुसार दिल्ली में सबसे अधिक पर्यटक अक्टूबर से अप्रैल के बीच आते हैं। देश और विदेश से पर्यटक न केवल शहर और इसके ऐतिहासिक स्थल का दौरा करने के लिए दिल्ली आते हैं बल्कि इसका उपयोग शिमला, मनाली, आगरा, मथुरा, ऋषिकेश, हरिद्वार, नैनीताल देहरादून, अजमेर, जयपुर सहित अन्य लोकप्रिय पर्यटन स्थलों के प्रवेश द्वार के रूप में भी करते हैं। दिल्ली होटल महासंघ के अध्यक्ष अजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि पहाड़गंज इलाके में करीब 500 होटल हैं जिनमें से केवल 350 ही दूसरी लहर के बाद खुले हैं।

अग्रवाल ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘कोविड-19 के कारण प्रतिबंधों से व्यापार पर असर पड़ना फिर से शुरू हो गया है। दिसंबर 2021 में मामले बढ़ने के बाद से पर्यटकों ने पहले की गई बुकिंग को रद्द करना शुरू कर दिया है और अपनी यात्राएं स्थगित कर दी हैं।'' अग्रवाल ने कहा, ‘‘अब स्थिति यह है कि पर्यटकों द्वारा यात्रा योजना रद्द करने के बाद करीब 70 प्रतिशत होटलों की बुकिंग नहीं हो रही है। तीसरी लहर से कारोबार पर बुरा असर पड़ा है।

अक्टूबर-अप्रैल वह समय होता है जब हम ज्यादा कारोबार करते थे लेकिन पिछले दो साल से पर्यटन का मौसम हमारे लिए लाभकारी नहीं रहा।'' कोविड-19 और ओमीक्रोन स्वरूप के मामले बढ़ने के बाद से दिल्ली सरकार के पर्यटन विभाग ने भी पर्यटन स्थलों पर यात्रियों की संख्या में कमी की सूचना दी है। हालांकि इस बारे में कोई आंकड़ा मुहैया नहीं कराया गया है। दिल्ली पर्यटन और परिवहन विकास निगम (डीटीटीडीसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हम पर्यटन स्थलों पर आने वाले लोगों के बारे में आंकड़े संकलित कर रहे हैं।

लेकिन कोविड-19 और ओमीक्रोन के मामलों में बढ़ोतरी के मद्देनजर पर्यटकों की संख्या निश्चित तौर पर काफी कम हो गई है।'' कोविड-19 के मामलों के मद्देनजर दिल्ली के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों जैसे राष्ट्रीय संग्रहालय और चिड़ियाघर को एहतियात के तौर पर आगंतुकों के लिए बंद कर दिया गया है। सुशांत ट्रैवल्स एंड होटल्स के मालिक विजय तिवारी ने कहा कि पिछले महीने दिल्ली में रात्रि कर्फ्यू की घोषणा के बाद पर्यटकों ने या तो अपनी बुकिंग को रद्द करना शुरू कर दिया या अपनी यात्रा योजनाओं को आगे के लिए टाल दिया है। तिवारी ने कहा, ‘‘रात्रि कर्फ्यू की घोषणा के बाद हालात और खराब हो गए। तीसरी लहर के कारण पर्यटन उद्योग को कारोबार में 60-70 प्रतिशत की भारी गिरावट का सामना करना पड़ा है।'' |

‘ऑल इंडिया लग्जरी बस यूनियन' के अध्यक्ष श्यामलाल गोला ने कहा कि पर्यटन उद्योग अभी तक पिछले लॉकडाउन से उबर भी नहीं पाया था कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर शुरू हो गई। गोला ने कहा कि बड़ी पर्यटन एजेंसियां और होटल पर्यटकों को पर्वतीय पर्यटन स्थलों, धार्मिक पर्यटन स्थलों और ऐतिहासिक स्थलों पर ले जाने के लिए अपनी बसों और लग्जरी कारों को किराए पर लेते हैं लेकिन इन दिनों कारोबार लगभग 70-80 प्रतिशत तक कम हो गया है। पीके ट्रैवल्स के मालिक प्रभु दयाल ने भी इसी तरह की चिंता व्यक्त की और कहा कि दिल्ली पर्वतीय पर्यटन स्थलों, ऐतिहासिक शहरों और धार्मिक स्थलों का प्रवेश द्वार है। दयाल ने कहा, ‘‘हम नवंबर और अप्रैल के बीच कारोबार में वृद्धि देखते थे। लेकिन, इस साल कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण कारोबार ठीक नहीं चल रहा। अब तक 70 प्रतिशत से अधिक बुकिंग रद्द कर दी गई है।''


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Content Editor

Hitesh

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