कोरोना का असर- देश में 1 करोड़ से ज्यादा लोगों की गई नौकरी, इन सैक्टरों पर पड़ा असर
punjabkesari.in Sunday, Aug 16, 2020 - 11:15 AM (IST)
नेशनल डेस्कः देश में कोरोना वायरस की रफ्तार लगातार बढ़ती ही जा रही है। भारत में अब तक 25 लाख से ज्यादा लोग वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। कोरोना को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण देश की अर्थव्यवस्था पर सबसे ज्यादा असर देखने को मिला। कोरोना के कारण करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए। एक ताजा अध्ययन के मुताबिक, भारत में लॉकडाउन के कारण 25 मार्च के बाद से अब तक करीब 1,07,80,000 लोगों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी। सबसे ज्यादा टूरिज्म (Tourism), ट्रेवल, हॉस्पिटैलिटी (Hospitality), ऑटोमोबाइल (Automobile), एविएशन (Aviation), ट्रांसपोर्ट (Transport), रिटेल (Retail), आईटी (IT Sector) और स्टार्टअप्स सेक्टर (Startus Sector) से जुड़े लोगों की नौकरी गई। बता दें कि इससे पहले साल 2007-2009 को आर्थिक संकट के दौरान भारत में करीब 50 लाख वेतनभोगी कर्मचारियों को नौकरियां गंवानी पड़ी थीं।
इस सैक्टर में 55,00,000 नौकरियां गईं
कोरोना से ज्यादा मार ट्रैवल और टूरिज्म सेक्टर पर पड़ी। इंडस्ट्री सूत्रों के मुताबिक इस सेक्टर में अब तक 55,00,000 नौकरियां जा चुकी हैं, इसमें सबसे ज्यादा नुकसान ट्रैवल एजेंट्स और टूर गाइड्स को हुआ। एक अनुमान के मुताबिक, इस इंडस्ट्री में करीब 2 करोड़ लोग काम करते हैं। मार्च में लॉकडाउन के दौरान होटल और रेस्टोरेंट बंद करने का आदेश दिए जाने के बाद इस सेक्टर में 100,000 नौकरियां खतरे में आ गईं। इसके अलावा 25 मार्च से बंद होने का सीधा असर एयरलाइन कंपनियों की आय पर भी पड़ा है।
ऑटोमोबाइल और ट्रांसपोर्ट सेक्टर में भी गईं नौकरियां
ऑटोमोबाइल और ट्रांसपोट सेक्टर में भी प्रोडक्शन का काम रुकने के कारण कई कर्मचारियों को कंपनी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। इस सेक्टर में 10 लाख लोगों की नौकरियां गईं। इसके अलावा रिटेल सेक्टर में 2 लाख लोगों को अपनी जॉब गंवानी पड़ी। आईटी सेक्टर में 1.5 लाख, स्टार्टअप में एक लाख लोगों की नौकरियां चली गईं। जानकारों के मुताबिक अभी अगले 3-4 महीने ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी। जब तक पूरी तरह से लॉकडाउन नहीं हटेगा लोगों को नई नौकरी पाने में लंबा इंतजार करना पड़ेगा।