भारत से ब्राजील पहुंची कोरोना वैक्सीन, बोलसोनारो ने हनुमान की फोटो ट्वीट कर PM मोदी को कहा-"धन्यवाद"

punjabkesari.in Saturday, Jan 23, 2021 - 10:22 AM (IST)

 इंटरनेशनल डेस्कः भारत से भेजी गई कोरोना वैक्सीन  की 20 लाख खुराक ब्राजील सरकार को मिल गई हैं, लेकिन विशेषज्ञों ने कहा है कि दक्षिण अमेरिका के इस सबसे बड़े देश के लिए यह नाकाफी होंगी। ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्रालय ने घोषणा की कि ‘एस्ट्राजेनेका' और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित टीके शुक्रवार को साओ पाउलो पहुंच गए। इन्हें रियो डी जिनेरियो भेजा जाएगा, जहां ब्राजील का सरकारी ‘फायक्राज इंस्टीट्यूट' है।  वैक्सीन की 20 लाख खुराक मिलने के बाद ब्राजील के राष्ट्रपति  जेयर बोलसोनारो ने खुशी का इजहार किया है।

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उन्होंने भगवान हनुमान की संजीवनी बूटी लेकर जाते हुए तस्वीर ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत का आभार जताया है। उन्होंने लिखा कि वैश्विक बाधा को दूर करने के प्रयासों में शामिल एक महान भागीदार को पाकर ब्राजील सम्मानित महसूस कर रहा है। भारत से ब्राजील वैक्सीन का निर्यात कर हमारी सहायता करने के लिए धन्यवाद। उन्होंने हिंदी में भी 'धन्यवाद' लिखकर भारत के प्रति अपना समर्थन जताया है।   

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स्वास्थ्य के क्षेत्र में ब्राजील के साथ सहयोग को मजबूत बनाना जारी रखेंगे: मोदी
बोलसोनारो के धन्यवाद संदेश के जवाब में  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि कोविड-19 के खिलाफ साझा लड़ाई में ब्राजील का विश्वसनीय सहयोगी होना भारत के लिए सम्मान की बात है और भारत स्वास्थ्य के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सहयोग को और मजबूत बनाना जारी रखेगा। PM मोदी ने कहा कि हम स्वास्थ्य के क्षेत्र में सहयोग को और मजबूत करना जारी रखेंगे।''

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हालांकि ब्राजील के जन स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक भारत से आई टीके की 20 लाख खुराक जरूरत के लिहाज से बहुत ही कम है। उन्होंने कहा कि 21 करोड़ की आबादी वाले देश में पहले ये टीके प्राथमिकता समूहों के लोगों को लगाए जाएंगे जिसके लिए अधिक खुराकों की आवश्यकता होगी, लेकिन एशिया से कच्चे माल की खेप आने में विलंब हो रहा है। साओ पाउलो विश्वविद्यालय में प्रोफेसर मारियो शेफ़र ने कहा, ‘‘साओ पाउलो के सरकारी अनुसंधान संस्थान बुटानटन और भारत से आई टीके की खुराक पर्याप्त नहीं है और इस बारे में कुछ पता नहीं है कि ब्राजील के पास कब, या कितने टीके होंगे।'' उन्होंने कहा कि यह कमी ‘‘सामूहिक प्रतिरक्षा तक पहुंचने की हमारी क्षमताओं को प्रभावित करेगी''।

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उन्होंने कहा कि 21 करोड़ की आबादी वाले देश में पहले ये टीके प्राथमिकता समूहों के लोगों को लगाए जाएंगे जिसके लिए अधिक खुराकों की आवश्यकता होगी, लेकिन एशिया से कच्चे माल की खेप आने में विलंब हो रहा है। साओ पाउलो विश्वविद्यालय में प्रोफेसर मारियो शेफ़र ने कहा, ‘‘साओ पाउलो के सरकारी अनुसंधान संस्थान बुटानटन और भारत से आई टीके की खुराक पर्याप्त नहीं है और इस बारे में कुछ पता नहीं है कि ब्राजील के पास कब, या कितने टीके होंगे।'' उन्होंने कहा कि यह कमी ‘‘सामूहिक प्रतिरक्षा तक पहुंचने की हमारी क्षमताओं को प्रभावित करेगी''। गौरतलब है कि भारत से ‘एस्ट्राजेनेका' की खुराक लेकर आने वाली उड़ान पिछले सप्ताह स्थगित हो गई थी और इससे संघीय सरकार की टीकाकरण की योजना पटरी से उतर गई थी। 


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Tanuja

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