जम्मू में बोले कांग्रेस के असंतुष्ट नेता, सच्चाई है कि हम पार्टी को कमजोर होता देख रहे हैं
punjabkesari.in Saturday, Feb 27, 2021 - 10:16 PM (IST)
नेशनल डेस्कः राज्यसभा से कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद की भावनात्मक विदाई के कुछ दिनों बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता अपने सहयोगियों के साथ जम्मू में शनिवार को एक मंच पर दिखे। यह एनजीओ गांधी ग्लोबल फैमिली का कार्यक्रम था। इस सार्वजनिक कार्यक्रम में कई वे नेता शामिल थे, जिन्होंने पिछले साल गांधी परिवार के नेतृत्व की शैली पर सवाल उठाए थे। इससे फिर संकेत मिल रहे हैं कि पार्टी में मतभेद खुलकर उभर रहे हैं।
कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन और संगठनात्मक फेरबदल की मांग करने वाले वरिष्ठ नेताओं गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा और कपिल सिब्बल समेत ‘जी-23’ के नेता यहां एक मंच पर एकत्र हुए और उन्होंने कहा कि पार्टी कमजोर हो रही है और वे इसे मजबूत करने के लिए एक साथ आये हैं।कांग्रेस के इन असंतुष्ट नेताओं को ‘जी-23’ भी कहा जाता है।
सिब्बल ने महात्मा गांधी को समर्पित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यह सच बोलने का मौका है और मैं सच बोलूंगा। हम यहां क्यों इकट्ठे हुए हैं? सच्चाई यह है कि हम देख सकते हैं कि कांग्रेस कमजोर हो रही है। हम पहले भी इकट्ठा हुए थे और हमें एक साथ मिलकर कांग्रेस को मजबूत करना है।’’ इस कार्यक्रम में समूह (जिसे अब ‘जी-23’ कहा जाता है) के भूपेंद्र सिंह हुड्डा, मनीष तिवारी, विवेक तन्खा और राज बब्बर जैसे कई अन्य कांग्रेसी नेता भी शामिल हुए।
इन नेताओं ने पिछले साल कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी को पत्र लिखा था और पार्टी में संगठनात्मक बदलाव करने के साथ ही पूर्णकालिक पार्टी अध्यक्ष की मांग की थी। कांग्रेस नेताओं ने आजाद के योगदान के लिए उनकी प्रशंसा की। सिब्बल ने कहा कि वह यह समझने में असमर्थ हैं कि पार्टी उनके जैसे व्यक्ति के अनुभव का उपयोग क्यों नहीं कर रही है?
आजाद का हाल में संसद के उच्च सदन राज्यसभा में कार्यकाल पूरा हुआ था। वह राज्यसभा में विपक्ष के नेता थे। आजाद ने कहा कि वह राज्यसभा से सिर्फ ‘‘रिटायर’’ हैं, राजनीति से नहीं। जम्मू बैठक के बारे में पूछे जाने पर, कांग्रेस ने कहा कि वे पार्टी के वरिष्ठ और उच्च सम्मानित सदस्य हैं और कांग्रेस के लिए उनका सबसे बेहतरीन योगदान पांच चुनावों वाले राज्यों में उनका सक्रिय होना और पार्टी को मजबूत करना होगा। हालांकि, पार्टी ने कांग्रेस के "कमजोर पड़ने" को लेकर नेताओं की चिंता पर टिप्पणी नहीं की।