कांग्रेस व माकपा सबरीमला मुद्दे पर प्रतिक्रिया नहीं दे रहीं क्योंकि उन्हें वोट चाहिए: प्रह्लाद जोशी

punjabkesari.in Sunday, Apr 04, 2021 - 12:02 AM (IST)

तिरुवनंतपुरमः केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने शनिवार को माकपा और कांग्रेस से कहा कि वे सबरीमला मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करें। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि इस मुद्दे पर दोनों दलों के बीच असमंजस है और दोनों प्रतिक्रिया नहीं दे रहे हैं क्योंकि उन्हें वोट चाहिए। जोशी भाजपा के लिए चुनाव प्रचार के सिलसिले में तिरुवनंतपुरम में थे और उन्होंने मीडिया से कहा कि सबरीमला मुद्दे पर कांग्रेस के राष्ट्रीय और राज्य नेतृत्व का रुख अलग-अलग है। 

उन्होंने कहा, ‘‘भाकपा की एनी राजा ने कहा था कि वे माकपा सरकार द्वारा की गई कार्रवाई के साथ हैं। इसका मतलब है कि जहां तक महिलाओं के प्रवेश देने का मुद्दा है तो वे इसका समर्थन करेंगे। उन्होंने यही कहा है।'' उन्होंने कहा, ‘‘और वे सरकार का हिस्सा हैं। कांग्रेस इस पर क्या  कहती है। 

माकपा, जो सरकार का नेतृत्व कर रही है, वह क्या कहती है?'' उन्होंने कहा कि दोनों दल पूरी तरह से भ्रमित हैं। जोशी ने कहा, ‘‘वे वोट चाहते हैं और प्रतिक्रिया नहीं देना चाहते... सबरीमला मामले में, केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी और कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व का रुख अलग-अलग है। यूडीएफ और एलडीएफ में गुटबाजी है। इस परिदृश्य में, भाजपा राज्य में विकास लाने का विकल्प बन गई है।'' 

उन्होंने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर भी निशाना साधा और कहा कि कम्युनिस्ट नेता ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा हाल में चुनावी रैली में पूछे गए सवालों का अभी तक जवाब नहीं दिया है। शाह ने विजयन से सवाल किया था कि सोने की तस्करी के मामले में मुख्य आरोपी उनके कार्यालय में काम करता था या नहीं। शाह ने वायनाड जिले की एक चुनावी रैली में आज एक बार फिर उन सवालों को दोहराया। 

विजयन ने कहा था कि लोगों को शाह के सवालों के जवाब पता हैं और सवाल किया कि जिन लोगों ने राजनयिक सामान के जरिए सोना भेजा था, उन्हें नौ महीने बाद भी गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया। जोशी ने कहा, ‘‘केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा पूछे गए सवालों पर मुख्यमंत्री की चुप्पी को उनके द्वारा स्वीकारोक्ति माना जा सकता है। मुख्यमंत्री सोने की तस्करी मामले में मुख्य आरोपी के बारे में बताने में असमर्थ हैं। लोग मुख्यमंत्री से जवाब की उम्मीद कर रहे हैं। मैं पिनराई विजयन से जवाब देने की मांग करता हूं।'' 


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Content Writer

Pardeep

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