PM मोदी के संबोधन पर चीनी दूतावास का बयान, 12 पड़ोसी देशो से बातचीत कर सीमा का बंटवारा किया
punjabkesari.in Friday, Jul 03, 2020 - 06:43 PM (IST)
नेशनल डेस्कः पूर्वी लद्दाख में भारतीय-चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के कुछ ही दिनों बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अचानक लेह पहुंचे। यहां उन्होंने थलसेना, वायुसेना और आईटीबीपी के जवानों से बातचीत की। पीएम मोदी के लेह दौरे के बाद चीन बैकफुट पर आ गया है। चीनी दूतावास की तरफ से बयान आया कि हमने 12 पड़ोसी देशो से बातचीत कर सीमा का बंटवारा किया है। चीन को विस्तारवादी कहना गलत है। रोजाना होने वाली ब्रीफिंग में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा कि भारत-चीन लगातार सैन्य और डिप्लोमेटिक बातचीत के जरिए बॉर्डर पर जारी तनाव को कम करने में लगे हुए हैं।
चीन ने कहा कि किसी अन्य को कुछ ऐसा नहीं करना चाहिए, जिससे बॉर्डर पर तनाव पैदा हो। दरअसल अमेरिका और जापान ने भारत का समर्थन किया है जिससे चीन तिलमिलाया हुआ है। चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम भारत के संपर्क में हैं और जल्द ही बातचीत से हर समस्या का हल निकलेगा। बता दें कि पीएम मोदी आर्मी चीफ एमएम नरवाणे और सीडीएस जनरल बिपिन रावत के साथ सुबह करीब साढ़े नौ बजे लेह पहुंचे।
प्रधानमंत्री ने निमू में थलसेना, वायुसेना एवं आईटीबीपी के कर्मियों से बातचीत की। उन्होंने बताया कि सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को सीमा की स्थिति से अवगत कराया। सिंधु नदी के तट पर 11,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित निमू सबसे दुर्गम स्थानों में से एक है। यह जंस्कार पर्वत श्रृंखला से घिरा हुआ है। प्रधानमंत्री का यह दौरा ऐसे समय में हुआ है जब पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेना के बीच गतिरोध जारी है।
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