चीन ने कराया मोदी सरकार पर सर्वे, जानिए भारत के बारे में क्या सोचते हैं चीनी

punjabkesari.in Friday, Aug 28, 2020 - 09:46 AM (IST)

नेशनल डेस्कः लद्दाख में गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद पूरे भारत में रोष की लहर थी। देश में चीनी ऐप से लेकर चीनी प्रोडक्ट्स के बॉयकट की मुहीम भी चली। वहीं चीनी भारत के बारे में क्या सोचते हैं इसको लेकर चीन सरकार के मुखपत्र अखबार ग्लोबल टाइम्स ने चाइना इंस्टिट्यूट्स ऑफ कंटेंपरेररी इंटरनेशनल रिलेशन्स के साथ मिलकर एक सर्वे कराया है। इस सर्वे में चीन के करीब 1960 प्रतिभागी शामिल हुए। सर्वे में मोदी सरकार से लेकर भारतीय सेना, अर्थव्यवस्था, भारत-चीन रिश्तों समेत कई सवाल किए गए। 

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चीनियों को भी मोदी सरकार पसंद
सर्वे में 51 प्रतिशत लोग मोदी सरकार को पसंद करते हैं, जबकि 90 फीसदी लोग भारत के खिलाफ चीन की सैन्य कार्रवाई को सही ठहराते हैं। मोदी सरकार को पसंद करने वाली खबर ग्लोबल टाइम्स के पन्ने पर थी लेकिन गुरुवार दोपहर बाद उस हिस्सा को हटा लिया गया।हालांकि, ग्लोबल टाइम्स ने सर्वे का हिस्सा ट्वीट किया है, उसमें अब भी मोदी सरकार से जुड़े तथ्य शामिल हैं। 

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सर्वे में और क्या

  • सर्वे के मुताबिक 70 फीसदी चीनी मानते हैं कि भारत चीन के प्रति जरूरत से ज्यादा दुश्मनी दिखा रहा है। चीनी लोग भारत की उकसावे भरी कार्रवाई के खिलाफ अपनी सरकार के पलटवार का पूरी तरह से समर्थन करते हैं।
  • चीन के 26.4 फीसदी लोग भारत के पड़ोसी देश होने के नाते उसे सबसे पसंदीदा देशों की सूची में चौथे नंबर पर रखते हैं। भारत से ऊपर रूस, पाकिस्तान और जापान हैं।
  • करीब 56 फीसदी से ज्यादा लोगों ने कहा कि उन्हें भारत की स्पष्ट समझ है और 16 फीसदी से ज्यादा लोगों ने कहा कि वे भारत से अच्छी तरह परिचित हैं। इंस्टिट्यूट ऑफ साउथ एशियन स्टडीज के डायरेक्टर हू शीशेंग ने ग्लोबल टाइम्स से कहा, आधे से ज्यादा लोग भारत को लेकर अपनी समझ को लेकर इसलिए भी आश्वस्त हैं क्योंकि लोगों के बीच आपसी संबंध हैं और वे भारत के सांस्कृतिक उत्पादों का इस्तेमाल करते हैं।
  • चीनी लोगों से जब भारत को लेकर अपना पहला इंप्रेशन बताने के लिए कहा गया तो 31 फीसदी ने कहा कि भारतीय महिलाओं का सामाजिक स्तर बहुत नीचा है, उसके बाद 28 फीसदी लोगों ने कहा कि भारत दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश है।
  • चीन के सबसे अच्छे पड़ोसी देशों की सूची में भारत की रैंकिंग दक्षिण कोरिया से ऊपर है जबकि दक्षिण कोरिया के पॉप कल्चर का चीनी यूथ पर काफी प्रभाव है। 
  • दंगल और अंधाधुन जैसी बॉलीवुड फिल्में चीन में काफी लोकप्रिय रही हैं। कई चीनी योग करते हैं। सर्वे में पता चला कि 23 फीसदी लोग भारत की पहचान को योग से ही जोड़कर देखते हैं। 
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  • सर्वे में ये भी बताया गया है कि 25 फीसदी लोग भारत-चीन के संबंधों को लेकर सकारात्मक सोच रखते हैं। उन्हें लगता है कि लंबे वक्त में भारत-चीन के संबंध सुधरेंगे, हालांकि 70 फीसदी चीनियों का मानना है कि भारतीय जरूरत से ज्यादा ही चीन के खिलाफ दुश्मनी दिखा रहे हैं।
  • अधिकतर चीनी मानते हैं कि भारत आर्थिक और सैन्य क्षमता में चीन से बहुत पीछे है और 57 फीसदी लोगों का मानना है कि भारत चीन के लिए कोई खतरा नहीं है। 49 फीसदी लोगों का मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था चीन पर बुरी तरह निर्भर है।
  • ज्यादातर चीनी लोगों का कहना है कि चीन आर्मी भारतीय सेना से ज्यादा स्ट्रांग है। लोगों का कहना है कि भारतीय सेना चीन के सामने नहीं टिकेगी। हालांकि कुछेक ने कहा कि भारतीय सेना हमेशा पाकिस्तान के साथ युद्ध में उलझी रहती है और ऐसे में उसे युद्ध की बारिकियां मालूम है और भारत के जवानों को हल्के में लेना ठीक नहीं।
  • सर्वे में प्रतिभागियों से सवाल किया गया कि भारत कितने वक्त में चीन को पीछे छोड़ देगा तो 54 फीसदी ने कहा कि भारत कभी भी चीन को नहीं पिछाड़ पाएगा। वहीं 10.4 फीसदी लोगों ने कहा कि ये 100 साल में ही मुमकिन हो पाएगा। 

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चीन के 10 बड़े शहरों में कराया गया सर्वे
ग्लोबल टाइम्स रिसर्च सेंटर और चाइना इंस्टिट्यूट्स ऑफ कंटेंपरेररी इंटरनेशनल रिलेशन्स (CICIR) ने यह सर्वे 17 अगस्त से 20 अगस्त तक कराया था। यह सर्वे बीजिंग, शंघाई, शियान, वुहान, चेंगडू, झेंगझाउ समेत 10 शहरों में कराया गया था। वहीं सर्वे पर ग्लोबल टाइम्स ने कहा कि यह वक्त भारत सरकार शोर मचाना बंद करे और सहयोग के रास्ते पर आए। ग्लोबल टाइम्स ने कहा कि चीन सरकार ने लोगों की राय को भारत के साथ तनाव बढ़ाने में इस्तेमाल नहीं किया और संघर्ष को नियंत्रित करने का फैसला किया जोकि बहुत ही परिपक्व और जिम्मेदाराना फैसला था।

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Seema Sharma

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