FightAgainstCorona: भारत की मदद को आगे आया चीन, डोनेट किए 1 लाख 70 हजार PPE किट्स

punjabkesari.in Tuesday, Apr 07, 2020 - 03:23 PM (IST)

नेशनल डेस्कः भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या दिन प्रति बढ़ती जा रही है। कोरोना संकट के बीच चीन बारत की मदद को आगे आया है। चीन ने भारत को चिकित्साकर्मियों के इस्तेमाल में आने वाले निजी सुरक्षा उपकरणों (पीपीई) की 1.7 लाख किट डोनेट की है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि चीन भारत को कोरोना संकट से निपटने के लिए सहायता के तौर पर 1.7 लाख PPE किट दी है। मंत्रालय के अनुसार, देश में 20 हजार PPE किट और बनाई गई थी और चीन से मिली 1.70 किट मिलाकर भारत के पास मौजूदा समय में 1.90 लाख PPE किट हो गई है जो अस्पतालों में भेज दी जाएगी। वहीं मंत्रालय ने बताया कि केंद्र सरकार अब तक राज्यों को 2.94 लाख पीपीई की आपूर्ति कर दी गई है।चुकी है। इसके अलावा देश में ही बने दो लाख N95 मास्क भी अस्पतालों को मुहैया कराए गए हैं। इसके अलावा अन्य स्रोतों से मिले इस श्रेणी के 20 लाख मास्क की पहले ही अस्पतालों को आपूर्ति कर दी गई है।

 

क्या होता PPE किट में
PPE किट मतलब पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट्स, इसके नाम से ही साफ होता है कि इसमें ऐसा सामान होता है जो वायरस से खुद को बचाता है। आम लोग तो मास्क पहनकर और बार-बार हाथों को धोकर और दूसरों से दूर रहकर खुद को इस संक्रमण से बचा सकते हैं लेकिन कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों को इस किट की काफी जरूरत है क्योंकि उन्होंने दिनभर न जाने कितने मरीज देखने होते हैं। कोरोना मरीजों के इलाज में लगे डॉक्टर, नर्स, कंपाउंडर और मेडिकल स्टाफ को सिर से पांव तक वायरस संक्रमण से बचाव के लिए इस किट को पहनना बेहद  जरूरी है। इस किट में वो हर चीज होती है जो डॉक्टरों को काफी हद तक वायरस से बचाती है और उनको यह सारी चीजें पहननी भी होती हैं।

 

ये सब होता है PPE किट में
वैसे तो अलग-अलग बीमारियों के लिए कई तरह की किट्स होती हैं लेकिन कोरोना वायरस जेसे संक्रमण के लिए डॉक्टरों को खास किट दी जाती है जिसमें- मास्क, ग्लव्स, गाउन, एप्रन, फेस प्रोटेक्टर, फेस शील्ड, स्पेशल हेलमेट, रेस्पिरेटर्स, आई प्रोटेक्टर, गोगल्स, हेड कवर, शू कवर, रबर बूट्स आदि, उन डॉक्टरों और नर्सों को ये किट पहननी ही पड़ती है जो कोरोना के मरीजों को देख रहे होते हैं। हालांकि कई डॉक्टर और नर्सें भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं लेकिन यहां यह स्पष्ट नहीं हैं उन्होंने इलाज के दौरान पीपीई किट का इस्तेमाल किया था नहीं या किसी ओर तरीके से उनको कोरोना हुआ है।

 

किट पहनते हुआ रखना होता है कई बातों का ध्यान
किट में जितने भी तरह का सामान होता है, सबके इस्तेमाल करने के नियम और तौर-तरीके हैं। हर सामान को पहनने का सही तरीका अपनान होता है नहीं तो इसे पहनने के बाद भी संक्रमण का खतरा बना रहता है। इतना ही नहीं इस्तेमाल के बाद पीपीई किट को सही तरह से कचरे में फेंकना होता है ताकि उससे आगे किसी को संक्रमण न हो।
 


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Seema Sharma

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