गलवान की हिंसक झड़प में मारे गए थे कई चीनी सैनिक, 3 महीने बाद चीन ने किया स्वीकार

punjabkesari.in Friday, Sep 18, 2020 - 10:50 AM (IST)

नेशनल डेस्क: लद्दाख की गलवान घाटी में भारत चीन सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के 3 महीने बाद चीन ने मान ही लिया कि इस घटना में उसे भी भारी नुक्सान हुआ है। चीन के अखबार 'ग्लोबल टाइम्स' ने इस बात पुष्टि की है कि गलवान में हुई हिंसा में चीनी सैनिकों की भी मौत हुई थी। 

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ग्लोबल टाइम्स के एडिटर इन चीफ हू झिजिन ने ट्वीट कर लिखा कि जहां तक मुझे जानकारी है कि गलवान घाटी में भारत और चीन सेना के बीच हुई झड़प में चीनी सैनिकों के मारे जाने का आंकड़ा भारत के 20 जवानों से कम था। झिजिन ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए यह खुलासा किया। ग्लोबल टाइम्स के एडिटर का यह भी कहना है कि कोई भी चीनी सैनिक भारत ने बंदी नहीं बनाया था, बल्कि चीन ने भारत के सैनिकों को बंदी बनाया था। 

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झिजिन ने दावा किया कि संघर्ष के दौरान कुछ भारतीय सैनिक भाग गए और कुछ ने आत्‍मसमर्पण कर दिया। इतना ही नहीं ग्लोबल टाइम्स के एडिटर के अनुसार पैंगोंग झील इलाके में भी चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों को ऊंचाई वाले इलाकों से हटा दिया है और उन्‍होंने गतिरोध वाली कई जगहों पर बढ़त हासिल कर ली है। 

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गौरतलब है कि 15 जून की की रात को गलवान घाटी में भारत और चीन की सेना के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें   भारतीय सेना के कर्नल संतोष बाबू समेत 20 जवान शहीद हो गए थे। सूत्रों के मुताबिक इस झड़प में चीन के करीब 40 जवान मारे गए थे, हालांकि चीन ने अपने जवानों के मारे जाने का कोई आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया था। वह इस बात से इंकार करता रहा कि इस घटना में उसे भी कुछ नुक्सान हुआ है। 


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vasudha

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