नवजात से लेकर 18 साल तक के बच्चे बड़ी संख्या में हो रहे Cancer का शिकार

punjabkesari.in Sunday, Feb 02, 2020 - 12:39 PM (IST)

नई दिल्ली: बचपन में होने वाली बीमारियों में कैंसर मौत के सबसे बड़े कारण के रूप में उभरा है। हर साल, नवजात से लेकर 18 साल तक के बच्चे बड़ी संख्या में कैंसर के शिकार हो रहे हैं। बच्चों में कैंसर के लक्षण कई बार सीधे तौर पर परिलक्षित नहीं होते, जिस कारण इस जानलेवा बीमारी का पता देरी से चलता है। हालांकि कुछ तरीके हैं, जिन पर गौर किया जाए तो इस बीमारी का पता जल्दी भी लगाया जा सकता है। फोर्टिस मैमोरियल रिसर्च इंस्टीच्यूट के पीडियाट्रिक हीमोटोलॉजी, ओंकोलॉजी व बोनमैरो ट्रांसप्लांट के एडीशनल डायरैक्टर और एच.ओ.डी. डॉ. विकास दुआ ने बच्चों में होने वाले कैंसर और उनके लक्षणों के बारे में बताया।

 

एक्यूट ल्यूकेमिया ल्यूकेमिया बच्चों में होने वाला सबसे आम कैंसर है। यह आमतौर पर 2 से 4 साल के बच्चों को अपनी चपेट में लेता है। ल्यूकेमिया बोनमैरो यानी अस्थिमज्जा का कैंसर है। ल्यूकेमिया के शिकार बच्चों में 4 में से 3 मामले एक्यूट लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया के होते हैं। वहीं बचा हुआ एक केस एक्यूट मिलॉइड ल्यूकेमिया का होता है।


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Seema Sharma

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