छत्तीसगढ़ में रेस्क्यू ऑपरेशन सफल: 104 घंटे से 60 फीट नीचे बोरवेल में फंसे राहुल को सुरक्षित निकाला गया बाहर

punjabkesari.in Wednesday, Jun 15, 2022 - 09:00 AM (IST)

नेशनल डेस्क: छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में सूखे बोरवेल में गिरे 11 साल के लड़के राहुल को 104 घंटे से अधिक समय तक चले बचाव अभियान के बाद मंगलवार देर शाम सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। बालक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने बताया कि लड़के को बाहर निकालने के लिए बोरवेल से कुछ दूरी पर एक समानांतर गड्ढा खोदा गया था। जहां से सुरंग बनाकर मंगलवार रात लगभग 11:55 बजे उसे बाहर निकाल लिया गया।

 

लगे भारत माता की जय के नारे
 बचाव कार्य में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), राज्य आपदा मोचन बल (SDRF), सेना तथा जिले के पांच सौ से अधिक कर्मचारी जुटे थे। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक लगातार घटनास्थल पर ही मौजूद थे। रात लगभग 11:55 बजे जब राहुल को सुरंग से बाहर निकाला गया तब वहां मौजूद हजारों लोगों ने बचाव दल की सराहना की और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए। 

 

राहुल को एक स्ट्रेचर पर सुरंग के रास्ते बाहर निकाला गया। उसे बचाव दल अपने कंधों पर सुरंग के मुहाने से वहां खड़ी एम्बुलेंस तक ले गए। राहुल को एंबुलेंस से बिलासपुर शहर के अपोलो अस्पताल ले जाया गया। इसके लिए पिहरिद गांव से अपोलो अस्पताल तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया था। अधिकारियों ने बताया कि जिले के मालखरौदा विकासखंड के पिहरिद गांव में शुक्रवार दोपहर बाद लगभग दो बजे राहुल साहू घर के पिछले हिस्से में खेलते समय एक खुले, सूखे पड़े बोरवेल में गिर गया था।

 

राहुल बोरवेल में 60 फुट नीचे फंसा हुआ था। अधिकारियों ने बताया कि जिला और पुलिस प्रशासन को शुक्रवार दोपहर बाद राहुल के बोरवेल में गिरने की जानकारी मिली तब तत्काल बचाव कार्य शुरू किया गया। उन्होंने बताया कि राहुल को बाहर निकालने में मदद के लिए NDRF, SDRF और सेना के विशेषज्ञों को बुलाया गया। वहीं चिकित्सकों के दल ने राहुल के लिए बोरवेल के भीतर ऑक्सीजन पहुंचाने की व्यवस्था की। 

 

सब्जियों की खेती के लिए बनाया था बोरवेल
अधिकारियों ने बताया कि राहुल के पिता लाला राम साहू के मुताबिक, उन्होंने कुछ समय पहले घर के पिछले हिस्से में सब्जियों की खेती के लिए बाड़ी में लगभग 80 फुट गहरे बोरवेल की खुदाई करवाई थी। जब बोरवेल में पानी नहीं निकला तब उसे बिना इस्तेमाल किए छोड़ दिया गया। शुक्रवार को बाड़ी में खेलने के दौरान राहुल इस सूखे, खुले बोरवेल में गिर गया था। उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद बचाव कार्य शुरू किया गया तथा राहुल की स्थिति का पता लगाने के लिए बोरवेल में रस्सी के सहारे एक कैमरा लगाया गया था।

 

वहीं, रस्सी के सहारे उसके लिए फल और जूस आदि भेजा जा रहा था। बचाव कार्य में लगे अधिकारियों ने बताया, ‘‘कैमरे के माध्यम से स्वास्थ्य अधिकारी लगातार राहुल की स्थिति की निगरानी कर रहे थे। एक स्पीकर को रस्सी से उतारा गया था जिससे उसके माता-पिता उससे बात कर सकें और उसका हौसला बढ़ा सकें। माता-पिता के अनुसार, बच्चा मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं है और ठीक से बात नहीं कर सकता है इसलिए वह ठीक से जवाब नहीं दे पा रहा था।


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Content Writer

Seema Sharma

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