परिवर्तन, परिवर्तन, परिवर्तन...गुजरात की जनता ने केजरीवाल के दावों पर फेरा पानी

punjabkesari.in Thursday, Dec 08, 2022 - 06:37 PM (IST)

नेशनल डेस्कः गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों के गुरुवार को नतीजे सामने आए। गुजरात में भाजपा को रिकॉर्ड जीत मिली है। वहीं, हिमाचल में कांग्रेस की वापसी हुई है। लेकिन आम आदमी पार्टी को दोनों राज्यों में बड़ा झटका लगा है। हिमाचल में आम आदमी पार्टी को 1 प्रतिशत से अधिक वोट मिला है और गुजरात में 13 प्रतिशत वोट शेयर मिला है। गुजरात की जनता ने केजरीवाल के दावों पर पानी फेर दिया है। केजरीवाल ने कहा था कि गुजरात में परिवर्तन की आंधी चल रही है। भाजपा जा रही है, AAP आ रही है।

परिवर्तन, परिवर्तन...परिवर्तन
परिवर्तन, परिवर्तन...परिवर्तन के नारे के साथ AAP ने गुजरात में जोरदार एंट्री मारी। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक ने पंजाब में प्रचंड जीत के साथ ही हिमाचल और गुजरात में पांव जमाना शुरू कर दिया था। केजरीवाल ने हिमाचल छोड़ गुजरात पर पूरा ध्यान केंद्रित किया। केजरीवाल पिछले 6 महीनों से लगातार गुजरात का दौरा कर रहे थे। वह प्रत्येक रैली, जनसभा, रोड शो में परिवर्तन, परिवर्तन और सिर्फ परिवर्तन की बात कर रहे थे। उनका दावा था कि गुजरात में भारतीय जनता पार्टी जा रही है, आम आदमी पार्टी आ रही है। गुजरात की जनता AAP को मौका देने के लिए तैयार है। लेकिन चुनाव के नतीजे कुछ और कहानी बयां कर रहे हैं।

गुजरात की जनता ने माना भाई-बेटा
गुजरात में केजरीवाल ने प्रचार के दौरान दावा किया था कि AAP आदमी पार्टी को गुजरात में जमकर समर्थन मिल रहा है। गुजरात की जनता ने उन्हें अपना भाई-बेटा बना लिया है। बकौल केजरीवाल-लोग गुजरात की जनता मुझे अपना भाई और बेटा मानने लगा है। उन्होंने लोगों से वादा किया था कि गुजरात में AAP की सरकार बनने पर अपनी माताओं को अयोध्या के फ्री दर्शन कराऊंगा। लेकिन गुजरात की जनता को मोदी का साथ पसंद आया और छप्परफाड़ जीत के साथ नई इबारद लिख दी। भाजपा ने गुजरात में इतिहास रच दिया।

आप के दिग्गज हारे
आम आदमी पार्टी (आप) की तरफ से मुख्यमंत्री पद के चेहरे इसुदान गढ़वी को खंभालिया सीट से भाजपा उम्मीदवार के हाथों 18,000 से अधिक मतों से हार मिली है। ‘आप' ने सौराष्ट्र क्षेत्र की खंभालिया सीट से अपने मुख्यमंत्री पद के चेहरे गढ़वी को उम्मीदवार बनाया था, जिसके बाद यह सीट काफी चर्चा में रही। इसके अलावा, गुजरात AAP के अध्यक्ष गोपाल इटालिया को भी हार का सामना करना पड़ा है। इसके अलावा, AAP के ही उम्मीदवार पाटीदार आंदोलन के प्रमुख चेहरा रहे अल्पेश कथीरिया को वराछा से हार का सामना करना पड़ा था। बताते चलें कि तीनों की एक पेपर पर लिखकर जीत का दावा केजरीवाल किया था।


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Content Writer

Yaspal

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