कोरोना महामारी की भेंट चढ़ सकता है भारत-पाक सीमा पर लगने वाला चामलियाल मेल

punjabkesari.in Tuesday, Jun 09, 2020 - 07:14 PM (IST)

साम्बा : साम्बा जिले के रामगढ़ सेक्टर में भारत-पाक सीमा पर मनाया जाने वाला मशहूर चमलियाल मेला इस बार कोरोना महामारी की भेंट चढ़ सकता है। कोरोना वायरस के बढ़ते फैलाव के चलते जिला प्रशासन इस बार मेले को रद्द कर सकता है। हर साल जून माह के अंतिम वीरवार हो होने वाला यह मेला इस बार 25 जून को पड़ रहा है। हालांकि मेले के आयोजक गांववासियों ने मेले को लेकर तैयारियाँ शुरू कर दी हैं। मेला स्थल की साफ-सफाई के साथ ही स्माधिस्थल व आसपास के परिसर में रंग-रोगन का भी काम चल रहा है। PunjabKesari


    अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित बाबा दलीप सिंह मन्हास की स्माधि पर लगने वाला यह ऐतिहासिक मेला लगभग 300 साल पुराना है। आजादी से पहले मनाए जा रहे इस मेले में कुछ दशक पहले तक सीमा के दोनों ओर, यानि भारत और पाकिस्तान के श्रद्धालू भाग लेते थे। 80 के दशक में सीमा पार से घुसपैठ और आतंकवादी गतिविधियाँ बढऩे के बाद सरहद पर बीएसएफ द्वारा तारबंदी कर दी गई और इसमें पाक श्रद्धालुओं का आना बंद होगया। लेकिन तमाम कड़वाहटों के बावजूद पाक रेंजर्स हर साल जीरो लाईन पर बाबा के लिए चादर लेकर पहुंचते थे और बदले में बीएसएफ द्वारा उन्हें स्माधिस्थल की पवित्र मिट्टी (शक्कर) और पानी (शर्बत)  भेंट किया जाता रहा। मेले के दिन जीरो लाईन पर उत्साह और सौहार्दपूर्ण वातावरण में होने वाली फ्लैग मीटिंग में बीएसएफ अधिकारी औ रेंजर्स भी गर्मजोशी से मिलते हैं और उपहारों का आदान-प्रदान होता है, लेकिन कोरोना संकट के चलते इस बार ऐसी संभावना नहीं है। इससे पहले 2018 में मेले से ठीक पहले पाक द्वारा बीएसएफ दस्ते पर हमले के चलते जीरो लाईन पर चादर और शक्कर-शर्बत का आदान-प्रदासन नहीं हुआ था। 

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    चमलियाल मेला कमेटी के प्रधान बिल्लू चौधरी ने बताया कि अभी तक प्रशासन की ओर से कोई निर्देश नहीं मिला है लेकिन मेला होने की संभावना न के बराबर है। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद गांववासी सांकेतिक रूप से मेला मनाएंगे और कमेटी सदस्य परंपरागत रूप से स्माधिस्थल पर पूजा-अर्चना करेंगे व लाकडाउन के तमाम नियमों का पालन करते हुए चादर भी चढ़ाएंगे। फिलहाल प्रशासन के आदेश पर स्माधिस्थल पर ताला लगाया गया है और केवल पुजारी ही आता-जाता है। चौधरी ने बताया कि प्रशासन के निर्देश पर ही मेला कमेटी अपना निर्णय लेगी। 
 


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Monika Jamwal

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