''स्वदेशी'' अपनाएंगे अर्धसैनिक बल, सीएपीएफ कैंटीन में आज से नहीं मिलेगा ये सामान

punjabkesari.in Monday, Jun 01, 2020 - 04:07 PM (IST)

नेशनल डेस्कः  ‘स्वदेशी’ उत्पादों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से केंद्रीय पुलिस कल्याण भंडार से 1000 से ज्‍यादा विदेशी उत्‍पादों को बिक्री बंद कर दी गई है। एक अधिकारी ने बताया कि 1 जून से अब जगुआर, यूरेका फोर्ब्स, एचयूएल (खाद्य) के 1,000 से अधिक गैर स्वदेशी उत्पादों की  सीएपीएफ की कैंटीन में बिक्री नहीं की जाएगी। इसके अलावा डाबर इंडिया, विक्टोरिनोक्स इंडिया, सैमसंग इंडिया के कई उत्पादों को भी सीएपीएफ कैंटीन से हटाया गया, क्योंकि वे 'स्वदेशी' नहीं हैं। 

 

ये भी सूची से बाहर
ब्लू स्टार लिमिटेड, बोरोसिल ग्लास वर्क्स लिमिटेड, कोलगेट पामोलिव इंडिया लिमिटेड, डाबर इंडिया लिमिटेड, वीआईपी इंडस्ट्रीज, यूरेका फोर्ब्स, जकुआर, एचयूएल (फूड्स), नेस्ले इंडिया और अन्य शामिल हैं। आदेश में कहा गया है कि गैर स्वदेशी वस्तुओं को खारिज या सूची से बाहर ‘‘पूरी तरह कंपनियों द्वारा उपलब्ध कराई गई सूचना के आधार'' पर किया गया है। 

 

बता दें कि गृह मंत्रालय ने पिछले दिनों घोषणा की थी कि घरेलू उद्योगों को बढ़ावा देने के प्रयास के तहत देशभर में सीएपीएफ की 1,700 से अधिक कैंटीनों में 1 जून से केवल स्वदेशी उत्पादों की बिक्री ही होगी। आदेश में कहा गया कि जो चीजें ‘‘पूरी तरह से आयातित उत्पादों'' से बनाई जाती हैं, उन्हें सोमवार से केंद्रीय पुलिस कल्याण भंडार या सीपीएफ कैंटीनों की सूची से हटाया जा रहा है। सीएपीएफ कैंटीनों का सालाना तौर पर 2,800 करोड़ रुपए का अनुमानित कारोबार है। ये कैंटीन लगभग 10 लाख कर्मियों वाले बलों के 50 लाख परिजनों को विभिन्न सामान बेचती हैं। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मी आंतरिक सुरक्षा से लेकर सीमा रक्षा तक का दायित्व निभाते हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Seema Sharma

Recommended News

Related News