कनाडा ने भारतीय छात्रों को वीजा देने से कर दिया इंकार ! जानें क्या है वजह ?

punjabkesari.in Thursday, Aug 12, 2021 - 11:02 AM (IST)

 इंटरनेशनल डेस्कः  कनाडा  ने पिछले कुछ हफ्तों से बड़ी संख्या में भारतीय छात्रों को वीजा देने से इंकार कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार  जिन छात्रों ने IELTS  में अच्छे अंक हासिल किए हैं और जो पहले से ही विभिन्न विश्वविद्यालयों में नामांकित हैं, उन्हें भी कनाडा के अधिकारियों द्वारा वीजा से वंचित किया जा रहा है। अपने भविष्य को लेकर निराश और अनिश्चित छात्रों को अब अपनी पढ़ाई शुरू करने के लिए वीजा के लिए फिर से आवेदन करना होगा।  जानकारों की माने तो कनाडा सरकार ने हजारों छात्रों का वीजा खारिज कर दिया है। हालांकि मीडिया रिपोर्टों में इस संबंध खबरें आने के बाद भारतीय छात्र टेंशन में हैं लेकिन कनाडा की तरफ से अधिकारिक तौर पर कोई पुष्टि या प्रतिक्रिया फिलहाल सामने नहीं आई है। 

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 मीडिया रिपोर्ट के अनुसार  आश्चर्य की बात यह है कि  जिन छात्रों को पहले से ही सिद्धांत रूप में वीजा स्वीकृति (AIP) प्राप्त हो चुकी है, कथित तौर पर उन्हें भी अधिकारियों द्वारा यात्रा वीजा देने से मना किया जा रहा है। AIP केवल उन छात्रों को जारी किया जाता है जो पात्रता शर्तों को पूरा करते हैं और पहले ही अच्छे अंकों के साथ आईईएलटीएस पास कर चुके हैं और विभिन्न विश्वविद्यालयों में एक साल की फीस जमा कर चुके हैं। जबकि सलाहकारों ने स्वीकार किया कि वीजा से इनकार करना कमोबेश एक निरंतर विशेषता रही है, हाल के हफ्तों के दौरान अस्वीकृति की भयावहता अभूतपूर्व है। कुछ छात्रों ने कहा है कि अस्वीकृति दर 60 प्रतिशत तक है।

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छात्रों को वीजा न मिलने की हो सकती है ये वजह
कनाडा के शिक्षा सलाहकार नरपत सिंह बब्बर के अनुसार कनाडा के अधिकारियों से वीजा मांगने वाले (लगभग 3 लाख) छात्रों का एक बड़ा बैकलॉग है।  यह बैकलॉग कोविड -19 महामारी और दोनों देशों के बीच सीमित संख्या में उड़ानों का परिणाम है। बब्बर ने कहा कि अधिकारी कम समय में सभी छात्रों को समायोजित करने में सक्षम नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारी उन छात्रों को वीजा देने से इंकार कर रहे हैं जिनके शिक्षा पाठ्यक्रम ठीक से संरेखित नहीं हैं या उनकी वित्तीय स्थिति कमजोर है। बब्बर ने बताया कि  जिन छात्रों ने अपनी  10वीं,  12वीं या स्नातक में अच्छा स्कोर नहीं किया है और एक कठिन पाठ्यक्रम का विकल्प चुना है उन्हें सीधे तौर पर खारिज कर दिया जा रहा है।  उन्होंने कहा कि एक आसान पाठ्यक्रम को आगे बढ़ाने के इच्छुक असाधारण रूप से बुद्धिमान छात्र भी अधिकारियों के रडार पर हैं क्योंकि एक छात्र कनाडा से एक समान या आसान पाठ्यक्रम को फिर से क्यों करना चाहेगा।

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कई पैरामीटर  बन सकते हैं वीजा खारिज होने का कारण
शिक्षा सलाहकारों के अनुसार छात्रों को लगभग 35-40 दिनों की अवधि के भीतर अपने वीजा से इंकार करने का कारण पता चल जाता है। अधिकारियों द्वारा की गई टिप्पणियों को पढ़ने पर  छात्र कमियों को ठीक कर सकते हैं और वीजा हासिल करने के लिए अपना मामला फिर से पेश कर सकते हैं। बहुत बार छात्र अपने मामले को उद्देश्य के वक्तव्य (एसओपी) में स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करने में विफल होते हैं कि वे कनाडा से अपनी शिक्षा क्यों लेना चाहते हैं, उनकी भविष्य की कैरियर योजनाएं क्या हैं आदि । वर्षों के अनुभव वाले शिक्षा सलाहकार ऐसे छात्रों के लिए काम आते हैं क्योंकि वे अपने एसओपी और वीजा आवेदन में किसी भी अनिश्चितता या स्पष्टता की कमी को दूर करते हैं। इसके अलावा  एक छात्र की शैक्षणिक प्रोफ़ाइल  जिसमें स्कूल, कॉलेज और आईईएलटीएस में अंक के साथ-साथ उसकी वित्तीय स्थिति भी अन्य पैरामीटर हैं वीजा खारिज होने का कारण बन सकते हैं।


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Content Writer

Tanuja

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