नीतीश विधानसभा भंग करें, भाजपा के सांसद विधायक इस्तीफा देने को तैयार : नित्यानंद

punjabkesari.in Tuesday, Jun 13, 2017 - 03:54 PM (IST)

पटना: बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विधानसभा भंग करने की चुनौती देते हुए कहा कि पार्टी के सांसद और विधायक सत्तारूढ़ जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के विधायकों से पहले इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं उजियारपुर के सांसद नित्यानंद राय ने पार्टी के विधायक अनिल कुमार और नितिन नवीन की मौजूदगी में पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नीतीश कुमार को वह चुनौती दे रहे हैं कि पहले वह विधानसभा को भंग करें उसके बाद बिहार से पार्टी के सभी सांसदों के साथ ही विधायक भी इस्तीफा करने के लिए तैयार हैं।

भाजपा के विधायकों से होगी इस्तीफे की शुरुआत
भाजपा के विधायकों से ही पहले इस्तीफे की शुरुआत होगी उसके बाद ही नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के विधायक इस्तीफा करें। राय ने कहा कि इसी तरह भाजपा के सांसद भी इस्तीफा करने को तैयार हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि इस्तीफा राज्यपाल के समक्ष हो जिससे कि कोई भी विधायक अपना इस्तीफा वापस न ले सकें। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने उत्तर प्रदेश विधानसभा भंग करने की जहां तक बात की है वहां की योगी सरकार का अभी‘छठी’भी नहीं हुआ है इसलिए वहां की बात करना उचित नहीं है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के प्रति उत्तर प्रदेश के लोगों ने भरोसा कर विधानसभा चुनाव में भाजपा को अप्रत्याशित जीत दिलाई है। उत्तर प्रदेश के लोगों ने अपने उज्ज्वल भविष्य के लिए भाजपा की सरकार बनाई है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अभी उसी सरकार को मिले जनादेश को चुनौती दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं तो उनके लिए अपने राज्य के संदर्भ में ही बात करना बेहतर होगा।

उल्लेखनीय है कि नीतीश ने सोमवार को कहा था कि उत्तरप्रदेश के उप मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता केशव प्रसाद मौर्य की मांग पर बिहार में मध्यावधि चुनाव के लिए वह तैयार हैं लेकिन बिहार के साथ ही उत्तरप्रदेश में भी मध्यावधि चुनाव कराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा था कि बिहार और उत्तरप्रदेश के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सांसदों को इस्तीफा देकर दोनों राज्यों की रिक्त लोकसभा सीट के लिए भी मध्यावधि चुनाव कराने का रास्ता तैयार करना चाहिए। 


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