कश्मीर में भाजपा नेता की हत्या पर शीर्ष नेतृत्व ने दी श्रद्धांजलि
punjabkesari.in Thursday, Jul 09, 2020 - 11:22 AM (IST)
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित पार्टी के शीर्ष नेताओं ने उत्तर कश्मीर के बांदीपुरा में बुधवार रात आतंकवादियों के हमले में मारे गए पार्टी नेता वसीम अहमद बारी एवं मारे गये परिवार के अन्य सदस्यों को श्रद्धांजलि दी तथा कहा कि उनके बलिदान व्यर्थ नहीं जाएंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेन्द्र सिंह के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें फोनकर वसीम बारी की हत्या के बारे में जानकरी ली और परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। इससे पहले सिंह ने ट्वीट कर कहा, 'ताशा और निराशा में आतंकवादी अब आसान निशाना ढूंढ रहे हैं। इस बर्बर हमले से मैं पूरी तरह हिल गया हूं।'
आतंकवादियों ने भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष वसीम अहमद बारी की दुकान के बाहर रात करीब नौ बजे उन्हें गोली मार दी जिसमें उनकी मौत हो गयी। इस घटना में बारी के अलावा उनके भाई उमर और पिता बशीर अहमद की भी मौत हो गई। भाजपा महासचिव राम माधव ने कहा कि कश्मीर घाटी के कुछ हिस्सों में भारतीय, देशभक्त और भाजपा का कार्यकर्ता होना कभी आसान नहीं होता। कई लोगों को इसके लिए जीन की कीमत चुकानी पड़ती है। उन्होंने कहा,'कश्मीर के आतंकवाद के इतिहास में देशभक्तों और राष्ट्रवादियों के बलिदान की ताजा गाथा में वसीम बारी, उनके भाई और पिता का नाम शुमार हो गया है।'
It’s never easy to be an Indian, a patriot and a BJP man in some parts of the Kashmir Valley. Many had to pay with their lives for daring to be one. Wasim Bari, his brother Umer and their father were the latest in this saga of the martyrdom of patriots...https://t.co/aLNKcMbhP5 pic.twitter.com/fI8JDNoijU
— Ram Madhav (@rammadhavbjp) July 9, 2020
भाजपा के कश्मीर मामलों के प्रमुख रणनीतिकारों में शुमार माधव ने बारी और उनके परिवार के सदस्यों की हत्या के बारे में फेसबुक पोस्ट लिखा और उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि इनकी हत्या दे दर्शाती है कि कश्मीर घाटी में किन परिस्थितियों में भाजपा के कार्यकर्ता काम करते हैं। उन्होंने कहा, ' हम कहते हैं कश्मीर हमारा है तो हमारा ये मतलब भी होता है कि सभी कश्मीरी भी हमारे हैं। कुछ गुमराह हो गए हैं। हम उन्हें गुमराह होने से बचायेंगे। कुछ पर सरकार और सुरक्षा बलों को ध्यान देने की आवश्यकता है। ये हम उन पर छोड़ देते हैं। लेकिन बहुत हमारे और आपके जैसे हैं। उन्हें गले लगाते हैं।'