गोवा : त्रिशंकु विधानसभा के पूर्वानुमान के बीच BJP और कांग्रेस MGP को अपनी ओर करने में जुटी

punjabkesari.in Tuesday, Mar 08, 2022 - 05:18 PM (IST)

नेशनल डेस्क: अधिकांश ‘एग्जिट पोल’ में गोवा में त्रिशंकु विधानसभा होने के पूर्वानुमान जताये जाने के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस को तटीय राज्य में सरकार बनाने के लिए महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) से समर्थन की जरूरत पड़ सकती है। सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस दावा कर रही हैं कि वे बहुमत का आंकड़ा प्राप्त कर लेंगी। साथ ही, दोनों दलों ने यह भी कहा है कि सीटें कम मिलने की स्थिति में वे दीपक धवलीकर के नेतृत्व वाले एमजीपी से समर्थन मांगेंगे। गोवा की 40 सदस्यीय विधानसभा के लिए 14 फरवरी को मतदान हुआ था और मतगणना 10 मार्च को होगी।

2017 में कांग्रेस नहीं बना पाई थी सरकार 
गौरतलब है कि 2017 के राज्य विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सर्वाधिक 17 सीट पर जीत हासिल की थी, जबकि भाजपा को 13 सीट मिली थी। हालांकि, भगवा दल ने एमजीपी, गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) और निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ गठबंधन करके सरकार बना ली थी। 2019 में मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद जब प्रमोद सावंत मुख्यमंत्री बने थे, तब एमजीपी के दो मंत्रियों को राज्य मंत्रिमंडल से निकाल दिया गया था। एमजीपी और तृणमूल कांग्रेस ने यह चुनाव साथ मिल कर लड़ा है।

समर्थन पाने को लेकर एमजीपी से बातचीत शुरू
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने सोमवार को कहा कि भाजपा नेतृत्व ने बहुमत का आंकड़ा नहीं छूने की स्थिति से निपटने के लिए समर्थन पाने को लेकर एमजीपी से बातचीत शुरू कर दी है। भाजपा ने इस बार अकेले चुनाव लड़ा, जबकि कांग्रेस ने विजय सरदेसाई के नेतृत्व वाले जीएफपी के साथ गठबंधन किया था। अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) के प्रमुख दिनेश जी राव ने रविवार को कहा था कि अगर पार्टी को बहुमत नहीं मिला, तो वह आम आदमी पार्टी (आप), एमजीपी और तृणमूल कांग्रेस जैसे दलों के साथ चुनाव के बाद गठबंधन करने को तैयार है।

भाजपा ने एमजीपी के साथ काफी गलत किया- माइकल लोबो
कांग्रेस नेता माइकल लोबो ने सोमवार को कहा था कि कांग्रेस-जीएफपी गठबंधन के 21 से अधिक सीटें हासिल करने के बाद भी वे सरकार में एमजीपी को शामिल करेंगे। लोबो ने कहा कि भाजपा ने एमजीपी के साथ काफी गलत किया है। लोबो इस साल जनवरी में ही भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे। एमजीपी के विधायक सुदीन धवलीकर ने कहा कि परिणाम आने पर तृणमूल को विश्वास में लेने के बाद ही वह गठबंधन पर कोई फैसला करेंगे।

सावंत का ‘‘कभी समर्थन नहीं’’ करेगी पार्टी- तृणमूल
उन्होंने कहा, ‘‘एमजीपी और तृणमूल मिलकर यह फैसला करेगी कि किसका समर्थन करना है और किसका नहीं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, क्योंकि अभी हमें नहीं पता किसको कितनी सीट मिलेगी।’’ वहीं, सुदीन धवलीकर ने शनिवार को कहा था कि उनकी पार्टी तृणमूल को विश्वास में लेकर गोवा चुनाव परिणाम के बाद अपना रुख तय करेगी, लेकिन मुख्यमंत्री के रूप में प्रमोद सावंत का ‘‘कभी समर्थन नहीं’’ करेगी। उन्होंने कहा कि सावंत ने ही एमजीपी के मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बाहर किया था।


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Content Editor

rajesh kumar

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