अलविदा जनरल: पंचतत्व में विलीन हुए बिपिन रावत और उनकी पत्नी,‘भारत माता की जय'नारों के साथ दी गई विदाई

punjabkesari.in Friday, Dec 10, 2021 - 05:07 PM (IST)

नेशनल डेस्क: देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत शुक्रवार को पंचतत्व में विलीन हुए। दिल्ली छावनी में बरार स्क्वायर अंत्येष्टि स्थल में में उनका अंतिम संस्कार किया गया। जनरल रावत को 17 तोपों की सलामी दी जाएगी। अंतिम संस्कार के दौरान सशस्त्र सेनाओं के विभिन्न रैंकों के कुल 800 सैन्यकर्मी मौजूद रहे। बता दें कि जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत तथा 11 अन्य सैनिकों की बुधवार को तमिलनाडु में कुन्नूर के निकट हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी।

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800 सैन्यकर्मियों की मौजूदगी में 17 तोपों की सलामी 
जनरल बिपिन रावत का अंतिम संस्कार पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ किया गया और उन्हें 17 तोपों की सलामी दी गई। अंतिम संस्कार के दौरान सशस्त्र सेनाओं के विभिन्न रैंकों के कुल 800 सैन्यकर्मी मौजूद रहे। अंतिम यात्रा के लिए सेना, नौसेना और वायु सेना के दो दो लेफ्टिनेंट जनरल स्तर के अधिकारी राष्ट्रीय ध्वजवाहक बनाए गए। जनरल रावत की अंतिम यात्रा में सेना, नौसेना और वायु सेना के सभी रैंक के कुल 99 अधिकारी तथा तीनों सेनाओं के बैंड के 33 सदस्य आगे-आगे चले। तीनों सेनाओं के सभी रैंकों के 99 अधिकारियों ने पीछे से एस्कॉर्ट किया। पहले से निश्चित प्रोटोकॉल के तहत जनरल रावत को 17 तोपों की सलामी दी गई।

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आम से खास सभी ने दी अंतिम विदाई
अंतिम संस्कार से पहले रावत के आवास पर उनका और उनकी पत्नी का पार्थिव शरीर दर्शनों के लिए रखा गया। CDS रावत को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल समेत कई वरिष्ठ नेता उनको श्रद्धांजलि देने पहुंचे। वहीं CDS रावत की अंतिम यात्रा के लिए सेना, नौसेना और वायु सेना के दो-दो लेफ्टिनेंट जनरल स्तर के अधिकारी राष्ट्रीय ध्वजवाहक बनाए गए। जनरल रावत की अंतिम यात्रा में सेना, नौसेना और वायु सेना के सभी रैंक के कुल 99 अधिकारी तथा तीनों सेनाओं के बैंड के 33 सदस्य आगे-आगे चले। तीनों सेनाओं के सभी रैंकों के 99 अधिकारियों ने पीछे से एस्कॉर्ट किया।

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पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
गुरुवार को दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और एनएसए अजीत डोभाल ने पहुंचकर CDS बिपिन रावत समेत सभी वीर सपूतों को श्रद्धांजलि अपर्ति की। रावत को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद पीएम मोदी CDS के परिजनों से भी मिले। पालम एयरपोर्ट पर एक-एक कर पार्थिव शरीर बाहर लाए गए। सबसे पहले जनरल विपिन रावत का पार्थिव शरीर बाहर लाया गया, इस मौके पर तीनों सेनाओं के प्रमुख भी मौजूद थे। 

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अभी सिर्फ तीन शवों की हुई पहचान
बता दें कि तमिलनाडु में बुधवार को हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और 10 अन्य रक्षा कर्मियों की मौत हो गई। वहीं इस हादसे में एक मात्र ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह ही जीवित हैं जो इस समय अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं। तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद पूरा देश में शोक में डूब गया। सैन्य अधिकारियों ने कहा कि अभी तक केवल जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एल एस लिद्दर के पार्थिव शरीरों की पहचान की जा सकी है। उन्होंने कहा कि केवल पहचान किए गए पार्थिव शरीर ही बुधवार को दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों को सौंपे जाएंगे। बाकी पार्थिव शरीरों को सेना के बेस हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखा जाएगा। 

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श्रीलंका, भूटान, नेपाल और बंगलादेश के सैन्य कमांडरों ने दी श्रद्धांजलि
देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत के अंतिम संस्कार में श्रीलंका, भूटान, नेपाल और बंगलादेश के सैन्य कमांडर भी शामिल हुए। श्रीलंका के प्रमुख रक्षा अध्यक्ष और सेना के कमांडर जनरल शेवेन्द्र सिल्वा, पूर्व प्रमुख रक्षा अध्यक्ष एडमिरल रविन्द्र सी विजेगुणारत्ने, भूटान की सेना के उप प्रमुख अभियान अधिकारी ब्रिगेडियर दोर्जी रिनचेन, नेपाल के उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बाल कृष्ण कार्की और बंगलादेश की सेना के प्रधान स्टाफ अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल वाकर उज जमान दिल्ली में रावत के अंतिम संस्कार में शामिल हुए।

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अभी सिर्फ तीन शवों की हुई पहचान
बता दें कि तमिलनाडु में बुधवार को हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और 10 अन्य रक्षा कर्मियों की मौत हो गई। वहीं इस हादसे में एक मात्र ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह ही जीवित हैं जो इस समय अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं। तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद पूरा देश में शोक में डूब गया। सैन्य अधिकारियों ने कहा कि अभी तक केवल जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एल एस लिद्दर के पार्थिव शरीरों की पहचान की जा सकी है। उन्होंने कहा कि केवल पहचान किए गए पार्थिव शरीर ही बुधवार को दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों को सौंपे जाएंगे। बाकी पार्थिव शरीरों को सेना के बेस हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखा जाएगा। 


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Content Writer

Seema Sharma

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