Ukraine crisis: रूस के खिलाफ भारत के रुख से खफा बाइडेन! कहा-प्रमुख सहयोगियों में भारत एक अपवाद
punjabkesari.in Tuesday, Mar 22, 2022 - 09:39 AM (IST)

नेशनल डेस्क: यूक्रेन पर रूस के हमले को लेकर भारत की प्रतिक्रिया को अस्थिर बताते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि अमेरिकी सहयोगियों में भारत एक अपवाद है। हालांकि, इस बीच बाइडन ने व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ एकजुटता दिखाने के लिए NATO, यूरोपीय संघ और प्रमुख एशियाई सहयोगियों सहित अमेरिकी नेतृत्व वाले सहयोगी देशों की प्रशंसा की। इसमें रूस की मुद्रा, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और उच्च तकनीक वाले सामानों तक पहुंच रोकने के उद्देश्य से लगाए गए अभूतपूर्व प्रतिबंध शामिल हैं।
हालांकि, क्वाड समूह के साथी सदस्यों ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका के विपरीत भारत ने रूसी तेल खरीदना जारी रखा है और संयुक्त राष्ट्र में रूस की निंदा करने वाले वोटों में शामिल होने से इनकार कर दिया है। वाशिंगटन में अमेरिकी व्यापार जगत के नेताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए बाइडन ने कहा कि पूरे NATO और प्रशांत क्षेत्र में एक संयुक्त मोर्चा है।
भारत की प्रतिक्रिया अस्थिर
बाइडन ने कहा कि भारत के संभावित अपवाद के साथ क्वाड कुछ हद तक अस्थिर है लेकिन पुतिन की आक्रामकता से निपटने के मामले में जापान बेहद मजबूत रहा है और उसके साथ ऑस्ट्रेलिया भी। बाइडन ने कहा कि पुतिन नाटो को विभाजित करने के बारे में सोच रहे थे और इसके बजाए नाटो अपने पूरे इतिहास में आज की तुलना में कभी भी मजबूत, अधिक एकजुट नहीं हुआ।
बता दें कि व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा था कि भारत द्वारा रियायती दर पर रूसी तेल खरीदने की पेशकश को स्वीकार करना अमेरिका द्वारा मॉस्को पर लगाए गए प्रतिबंधों का उल्लंघन नहीं है, लेकिन रेखांकित किया कि इन देशों को यह भी समझना चाहिए कि जब इस समय के बारे में इतिहास की किताबें लिखी जाएंगी तो ‘वे कहां खड़ा होना चाहते हैं।
सबसे ज्यादा पढ़े गए
Related News
Recommended News
Recommended News

Festivals of july month 2022: जुलाई के पहले पखवाड़े के ‘व्रत-त्यौहार’ आदि

Ashadha gupt Navratri 2022: इस विधि से करें घट स्थापना, पूरी होगी हर कामना

Gupt Navratri 2022 में व्रत रखकर पूजा करें या नहीं, जानिए क्या कहते धार्मिक शास्त्र?

अमेरिका में भारतीय मूल के दो लोगों ने 12 लाख डॉलर की धोखाधड़ी का दोष स्वीकार किया