US ने लोकतंत्र सम्मेलन के लिए PM मोदी को दिया न्यौता, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने मचा दिया बवाल

punjabkesari.in Monday, Nov 08, 2021 - 11:26 AM (IST)

लॉस एंजलिसः अमेरिका में लोकतंत्र पर अपनी तरह का पहला वैश्विक सम्मेलन हो रहा है। इसमें  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत दुनिया भर के दिग्गज नेता हिस्सा ले रहे हैं। लेकिन मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने नरेंद्र मोदी सहित कई नेताओं को बुलाने पर आपत्ति जताई है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन समिट फॉर डेमोक्रेसी के लिए नाम से आयोजित सम्मेलन में भाषण देने के लिए तैयारी कर रहे हैं।  100 से ज्यादा देशों का यह अपनी तरह का पहला सम्मेलन है जिसमें दुनियाभर में लोकतांत्रिक मूल्यों और मानवाधिकारों के हनन पर बात होनी है।

 

लेकिन बहुत से मानवाधिकार कार्यकर्ता इस सम्मेलन को इसलिए शक की निगाह से देख रहे हैं कि कुछ ऐसे नेताओं को इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए बुलाया गया है जिनका अपना रिकॉर्ड संदिग्ध है। मानवाधिकारों और लोकतंत्र के क्षेत्र में काम करने वाली गैर सरकारी संस्था फ्रीडम हाउस में वाइस प्रेजीडेंट ऐनी बोयाजियान कहती हैं कि बिना लोकतांत्रिक प्रतिबद्धताओं को इस तरह का सम्मेलन अर्थहीन है। उन्होंने कहा, "अगर इस सम्मेलन को एक और बैठक से ज्यादा कुछ होना है तो फिर अमेरिका समेत सारे प्रतिभागियों को आने वाले साल में लोकतंत्र और मानवाधिकारों को लेकर अर्थपूर्ण प्रतिबद्धताएं निभानी होंगी।

 

अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि यह सम्मेलन लोकतंत्र पर एक लंबी चर्चा की शुरुआत मात्र है और आगामी सम्मेलनों में शामिल होना चाहने वाले देशों को सुधारों के वादे निभाने होंगे। चुन चुन कर बुलाए गए मेहमान यह सम्मेलन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के उस दावे की भी परीक्षा है जो उन्होंने विदेश नीति के पहले ऐलान के वक्त किए थे। इसी साल फरवरी में दिए इस भाषण में बाइडेन ने कहा था कि अमेरिका वैश्विक नेतृत्व की अपनी भूमिका में लौटेगा और चीन और रूस जैसी ताकतों को जवाब देगा।


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Content Writer

Tanuja

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