अगर हमें खत्म होना होता तो 1000 सालों में हो गया होता, हमारा 5 हजार साल पुराना सनातन धर्म आज भी बरकरार: मोहन भागवत

punjabkesari.in Thursday, Feb 10, 2022 - 09:42 AM (IST)

हैदराबाद: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ  प्रमुख मोहन भागवत ने बुधवार को कहा कि व्यक्ति को हमेशा निजी हितों से ऊपर उठकर राष्ट्रीय हित को प्राथमिता देनी चाहिए। दरअसल, भक्त संत श्री रामानुजाचार्य की सहस्राब्दी जयंती के समारोह में शामिल होने हैदराबाद पहुंचे मोहन भागवत ने कहा कि याद रखें प्राथमिकता ‘हिंदू हित’ होना चाहिए, जो राष्ट्रीय हित है. भाषा, जाति जैसे दूसरे हित बाद में आते हैं. हम ऐसी किसी भी चीज में शामिल नहीं होंगे, जो हमें अंदर से लड़ने के लिए उकसाती हो। हम गरीमा के साथ जिएंगे।
 

उन्होंने कहा कि हमारी क्षमता इतनी है कि किसी के पास हमारे खिलाफ खड़े होने की ताकत नहीं है। उन्होंने हमें खत्म करने की काफी कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।  संघ प्रमुख ने आगे कहा कि अगर हमें खत्म होना होता, तो ऐसा बीते 1000 सालों में हो गया होता। हमारा 5 हजार साल पुराना सनातन धर्म बरकरार है।

 
 केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को यहां कहा कि रामानुजाचार्य का ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वैलिटी’ आने वाले वर्षों में पूरी दुनिया को ‘विशिष्टाद्वैत’, समानता और ‘सनातन’ धर्म का संदेश देगा। शाह ने श्री रामानुजाचार्य के शताब्दी जयंती समारोह के अवसर पर पूजा-अर्चना करने के बाद एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि रामानुजाचार्य की प्रतिमा कई वर्षों तक काम करने के लिए चेतना और उत्साह प्रदान करेगी।
 

 भक्त संत श्री रामानुजाचार्य पर उन्होंने कहा कि इस प्रतिमा को देखकर मन शांति और खुशी से भर जाता है. मुझे विश्वास है कि यह रामानुजाचार्य के समानता तथा दुनियाभर में ‘सनातन’ धर्म के संदेश को आगे बढ़ाएगा।
 
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Anu Malhotra

Recommended News

Related News