...तो इस वजह से DGCA ने 90 पायलटों को बोइंग 737 मैक्स उड़ाने से रोका, यह है इसके पीछे का बड़ा कारण

punjabkesari.in Wednesday, Apr 13, 2022 - 09:23 AM (IST)

नेशनल डेस्क: नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने बुधवार को बड़ा कदम उठाते हुए 90 स्पाइसजेट पायलटों को दोबारा उचित ट्रेनिंग से गुजरने तक बोइंग 737 मैक्स उड़ाने से रोक दिया है। DGCA ने सिम्युलेटर ट्रेनिंग में खामियों का पता लगाने के बाद यह कदम उठाया। इन पायलटों को नोएडा में एक फैसिलिटी में सिम्युलेटर ट्रेनिंग दी गई थी।

 

इस वजह से पायलटों की फिर होगी ट्रेनिंग
सूत्रों के हवाले से खबर है कि जब ये 90 पायलट ट्रेनिंग ले रहे थे, तो उस समय महत्वपूर्ण "पैंतरेबाजी विशेषता वृद्धि प्रणाली" (manoeuvring characteristics augmentation system) सिम्युलेटर में ठीक से काम नहीं कर रही थी। यह प्रणाली बोइंग फॉर मैक्स द्वारा डेवलप एक विवादास्पद फ्लाइट स्टेबलाइजिंग प्रोग्राम है। इसे अक्तूबर 2018 और मार्च 2019 में लॉयन एयर और इथियोपियन एयरलाइंस बी737 मैक्स दुर्घटनाओं के लिए जिम्मेदार पाया गया, जिसमें 346 लोगों की जान चली गई थी।

 

रिपोर्ट के मुताबिक इस ट्रेनिंग प्रणाली का एक हिस्सा, 'स्टिक शेकर' जो कंट्रोल कॉलम को वाइबरेट करता है और जब जेट को उड़ान भरने का जोखिम होता है तो जोर से आवाज भी करता है, वह इन 90 पायलटों को प्रशिक्षण देने के समय सिम्युलेटर में ठीक से काम भी नहीं कर रहा था। मैक्स सिम्युलेटर पर एमसीएएस के लिए सही पायलट प्रशिक्षण इस विमान को सुरक्षित रूप से उड़ाने की कुंजी है। इसलिए अब फिर से 90 पायलटों को उस प्रशिक्षण से गुजरना होगा।

 

DGCA की संतुष्टि के लिए ट्रेनिंग
भारत के विमानन नियामक अरुण कुमार ने कहा कि 90 पायलटों को बोइंग 737 मैक्स उड़ाने से रोक दिया गया है। उन्हें डीजीसीए की संतुष्टि के लिए फिर से ट्रेनिंग से गुजरना होगा।” यही नहीं, इस कथित चूक के बाद एयरलाइन का पायलट प्रशिक्षण भी नियामक की जांच के दायरे में है। DGCA ने कहा कि पायलटों को विमान की हर गतिविधि और उसके जोखिम के बारे में जानकारी होनी चाहिए। ट्रेनिंग के समय 90 पायलट मैक्स सिम्युलेटर की ट्रेनिंग से चूक गए थे इसलिए अब उनको फिर से इससे गुजरना होगा।


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Content Writer

Seema Sharma

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