असम पुलिस ने कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को मिजोरम सीमा के पास जाने से रोका

punjabkesari.in Wednesday, Jul 28, 2021 - 08:18 PM (IST)

गुवाहाटीः असम पुलिस ने मिजोरम से लगती राज्य की सीमा पर बुधवार को कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल को जाने से रोक दिया। अंतर राज्यीय सीमा पर हाल में हिंसक झड़प हुई थी। पुलिस ने कहा कि किसी को भी सीमा के पास जाने की अनुमति नहीं है क्योंकि अब वह “अशांत क्षेत्र” बन गया है। 

सोमवार को विवादित सीमा पर हुई झड़प में असम पुलिस के छह कर्मियों समेत सात लोगों की मौत हो गई थी तथा एक पुलिस अधीक्षक सहित 50 अन्य लोग घायल हो गए थे। कांग्रेस की राज्य इकाई के नवनियुक्त अध्यक्ष भूपेन बोरा के नेतृत्व में गए पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को अंतर राज्यीय सीमा से आठ किलोमीटर दूर कछार जिले के धोलाई पुलिस थाने के पास रोक दिया गया। 

इसके विरोध में पार्टी के नेता कुछ देर तक सड़क पर बैठे रहे। बोरा के अलावा, अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव, कांग्रेस विधायक दल के नेता देवव्रत सैकिया, विधानसभा में उप नेता रकीबुल हुसैन और कार्यकारी अध्यक्ष कमलाख्या डे पुरकायस्थ प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे। पुरकायस्थ, बराक वैली में करीमगंज उत्तर की सीट से विधायक हैं। 

बोरा ने धोलाई में मीडिया से कहा, “हम यहां अंतर राज्यीय सीमा पर स्थिति का जायजा लेने के लिए आए हैं ताकि इससे निपटने में सरकार की मदद कर सकें और लोगों को हकीकत बता सकें।” उन्होंने कहा कि सीमा के नजदीक कांग्रेस नेताओं को नहीं जाने देने के निर्णय से प्रशासन के उन दावों पर संदेह उत्पन्न होता है कि स्थिति नियंत्रण में है और “असम की एक इंच भूमि पर भी अवैध कब्जा नहीं किया गया है।”

बोरा ने कहा, “हम भारत-पाकिस्तान की सीमा पर नहीं जा रहे हैं बल्कि अपने देश में पड़ोसी राज्य की सीमा पर जा रहे हैं। हमें अंतर राज्यीय सीमा पर जाने की अनुमति दी जानी चाहिए ताकि हम देख सकें कि असम की जमीन सुरक्षित है।” सैकिया ने दावा किया कि प्रतिनिधिमंडल ने कछार के जिला प्रशासन को लैलापुर की यात्रा के बारे में जानकारी दी थी, जिस पर पहले सहमति जताई गई थी लेकिन आज उन्हें जाने नहीं दिया गया। कछार की पुलिस अधीक्षक रमनदीप कौर ने कहा कि किसी को भी सीमा के पास जाने नहीं दिया जाएगा क्योंकि वह अब “अशांत क्षेत्र” बन गया है।


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Content Writer

Pardeep

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