अरुणाचल प्रदेश- सेना ने ''गलत पहचान'' के कारण 2 युवकों को मारी गोली, अब दे रही 2 लाख रुपए का मुआवजा

punjabkesari.in Sunday, Apr 03, 2022 - 11:21 AM (IST)

नेशनल डेस्क: अरुणाचल प्रदेश के तिरप जिले में शुक्रवार को 'गलत पहचान' के कारण सेना की गोलीबारी में दो लोग घायल हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक सेना की ओर से यह घटना पिछले साल दिसंबर में नागालैंड के मोन जिले में सुरक्षाकर्मियों द्वारा किए गए एक असफल सर्च अभियान के दौरान छह नागरिकों के मारे जाने के ठीक चार महीने बाद आई है। इस घटना के संबंध में सेना के सूत्रों ने बताया है कि गोलीबारी में "गलत पहचान" के कारण दो लोग जख्मी हो गए हैं।

 

सेना के एक अधिकारी ने अपने नाम का खुलासा नहीं करते हुए कहा, “सेना के पास तिपर जिले के एक सघन इलाके में हिंसक विद्रोही आंदोलन के बारे में कुछ इनपुट मिले थे। जिनके आधार पर गोलाबारी की घटना हो गई, जिसमें दो नागरिक घायल हो गए हैं। जिन्हें बेहतर इलाज के लिए असम के डिब्रूगढ़ ले जाया गया। घायल हुए दोनों आदमियों की हालत स्थिर है और डॉक्टर उनकी स्थिति पर बराबर निगाह बनाए हुए हैं।” सेना की गोलीबारी में घायल हुए दोनों युवाओं की पहचना 28 साल के नोकफ्या वांगदान और 23 साल के रामवांग वांगसु के रूप में हुई है। तिरप के डीसी तारो मिजे ने बताया कि जिले के चासा गांव के चार लड़कों का एक समूह शुक्रवार शाम मछली पकड़कर घर लौट रहा था। अंधेरा छा जाने के कारण दृश्यता स्पष्ट नहीं थी और सेना ने उन्हें विद्रोही समझकर गलती से गोली मार दी।"

 

उन्होंने कहा, "जब सेना ने फायरिंग की तो लड़के चिल्लाने लगे कि वे सामान्य नागरिक हैं और वो उन्हें गोली नहीं मारें। लेकिन दुर्भाग्यवश चार में से दो लड़के सेना की गोली से घायल हो गए। वर्तमान में दोनों घायलों का असम मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है और दोनों घायल खतरे से बाहर हैं।" मालूम हो कि तिरप, चांगलांग और लोंगडिंग अरुणाचल प्रदेश के उन तीन जिलों में शामिल है, जहां केंद्र ने शुक्रवार को सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम या अफस्पा को बढ़ाया दिया है। अफस्पा सशस्त्र बलों को बिना वारंट के गिरफ्तार करने और यहां तक ​​​​कि कुछ स्थितियों में मारने के लिए गोली मारने की व्यापक शक्ति देता है।


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Content Writer

Seema Sharma

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