आर्टिकल 370, राम मंदिर के बाद अब जनसंख्या नियंत्रण पर है संघ की नजर, भागवत बोले, सरकार उठाए कदम

punjabkesari.in Saturday, Jan 18, 2020 - 01:31 PM (IST)

मुंबई: आर्टिकल 370, नागरिकता कानून और राम मंदिर के बाद अब संघ की निगाहें जनसंख्या नियंत्रण पर हैं। एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा सरकार को ऐसे कदम उठाने चाहिए, जिससे जनसंख्या पर लगाम लग सके। कहा कि संघ का अगला एजेंडा जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर देशभर में आंदोलन करना है। हम हमेशा से दो बच्चों के समर्थन में रहे हैं। हालांकि, इस संबंध में अंतिम निर्णय केंद्र सरकार को लेना है। 

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वहीं भागवत ने स्वयंसेवकों से भारत को विश्व गुरु बनाने की दिशा में समर्पण भावना से जुट जाने का आह्वान किया। मुरादाबाद में एमआईटी के खुले मैदान पर एकत्रित करीब पांच हजार अनुशासित स्वयंसेवकों को अपने चार दिवसीय प्रवास के समापन पर मकर संक्रांति महोत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख ने शनिवार को कहा कि संघ एकता की विविधता में गुजर कर मंजिल तक पहुंचने का काम करता है। देशवासियों के बीच आपस में समन्वय बैठाने पर बल देते हुए कहा च्च् जो समर्थ है वह खाएगा और जिलाएगा। यही हमारा शाश्वत धर्म है। अपनी गौरवशाली संस्कृति के अनुरूप जीवन जीने वाला ही हिन्दू कहलाने का अधिकारी है और देश की 130 करोड़ जनता पर इसका प्रभाव है।  उन्होंने समन्वय स्थापित कर व्यवहारिक रूप से एक दूसरे के सुख दुख में भागीदार बनने का आह्वान किया। उन्होंने कहा च्च् हम भी सही हैं और तुम भी सही हो का भाव रहे। देश में कट्टरता नहीं हो।

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भागवत ने कहा विरासत में हमें हिंदू संस्कृति मिली।आपस मे प्रेम में रखना हमारी आदत होनी चाहिए।जो लोग भी हमारी सांस्कृति को हृदयांगमी करें वो हिंदू ही हैं चाहे उनकी पूजा करने की पद्धति अलग ही क्यों न हो या वो भाषा कोई भी क्यों न बोलता हो। हम देश के 130 करोड़ लोगों में निष्ठा का माहौल बनाना चाहते हैं। हमें भारत को विश्वगुरु बनाने के लिए प्रयास करना चाहिए।''  उन्होंने कहा कि स्वयंसेवक हर व्यक्ति के मन में हिंदुत्व का भाव जगाएं। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने आह्वान किया , संघ में रहोगे तभी संघ को समझोगे, अनुभव से सच्ची जानकारी मिलती है। संघ का काम समाज में छुआछूत ख़त्म करना है, संघ का काम अपने देश की उन्नति करना है, भारत का धर्म बड़ा विशेष है, भारत का धर्म अध्यात्म आधारित है, धर्म दिखने में अलग अलग है लेकिन सब एक, हमें एकता को अपनाना है, हम सबको अपनी संस्कृति माननी है, समस्त भारत वर्ष हिन्दू हैं। 


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Edited By

Anil dev

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