पाक में एक और हिंदू नाबालिगा का अपहरण के बाद जबरन धर्मांतरण व निकाह (देखें वीडियो)

punjabkesari.in Monday, Jan 20, 2020 - 11:56 AM (IST)

इस्लामाबादः प्रधानमंत्री इमरान खान के नए पाकिस्तान में अल्पसंख्यक लड़कियों के जबरन धर्मांतरण व निकाह की घटनाएं जारी हैं। ताजा मामला पाकिस्तान के सिंध प्रांत का है जहां एक और हिंदू लड़की को धर्मांतरण का शिकार बनाया गया। सिंध के जैकबाबाद इलाके में एक हिंदू किशोरी अरोक कुमारी को बीते बुधवार को अपहरण कर उसका जबरन धर्मांतरण के बाद निकाह कराने का मामला सामने आया है। अरोक कुमारी के अपहरण के बाद एक वीडियो सामने आया है, जिसमें युवती ने बताया कि उसने धर्मांतरण कर इस्लाम कबूल कर लिया है और एक मुस्लिम युवक अली रजा से शादी कर ली है।
 

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वीडियो में पीड़ित युवती मुस्लिम युवक अली रजा के साथ बैठी दिखाई दे रही है। वीडियो में युवती कह रही है कि मैंने अपनी मर्जी से इस्लाम कबूल किया है और मेरा मुस्लिम नाम अब अलीजा है। मैंने दरगाह अमरोत शरीफ पर इस्लाम कबूल किया है और रजा से शादी भी कर ली है अरोक कुमारी ने सिंध प्रांत के सुक्केर जिले के स्थानीय कोर्ट में अपने माता-पिता और समुदाय से सुरक्षा की मांग की है।

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बता दें कि पाकिस्तान के हिंदू समुदाय ने जबरन धर्मांतरण पर गंभीर चिंता जाहिर की है और पाकिस्तान के पीएम इमरान खान और आर्मी चीफ को समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। गौरतलब है कि हाल ही में कराची के डिफेंस हाउसिंग इलाके में महक केसवानी नाम की युवती लापता हो गई थी। इसके बाद महक केसवानी का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें महक ने अपनी मर्जी से इस्लाम कबूल करने की बात कही थी। हालांकि महक के परिजनों का आरोप है कि उसका अपहरण कर जबरन धर्मांतरण कराया गया। इससे पहले ही पाकिस्तान के ननकाना साहिब में भी एक सिख युवती के अपहरण और जबरन धर्मांतरण का मामला सामने आया था। पाकिस्तान में जबरन धर्मांतरण के इससे पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं। जिसे लेकर वहां की सरकार की चुप्पी संदेह के घेरे में है।

 

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कुछ महीनों  में ही 50 अल्पसंख्यक (हिंदू व सिख) लड़कियां बनीं शिकार
पाकिस्तान में पिछले कुछ महीनों के दौरान ही 50 अल्पसंख्यक (हिंदू व सिख) लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। मगर दुख की बात यह है कि इनमें से किसी भी घटना पर सरकार, स्थानीय प्रशासन या पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। यह दावा पाकिस्तान के अल्पसंख्यक समुदाय द्वारा फेसबुक पर किया जा रहा है।  'पाकिस्तानी हिंदूज यूथ फोरम' और 'सिंधी हिंदू स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ पाकिस्तान' नाम से चल रहे फेसबुक पेज पर पिछले कुछ महीनों के दौरान जबरन धर्म परिवर्तन  व अपहरण कर जबरदस्ती मुस्लिम बनाने जैसी 50 घटनाओं का जिक्र किया गया है।

 

अल्पसंख्यक समुदाय द्वारा सोशल मीडिया पर जारी की गई सूची में पहले नंबर पर कोमल का नाम है, जोकि पाकिस्तान के टैंडो अलियार इलाके की रहने वाली है। इसके बाद कराची से लक्ष्मी व सोनिया का नाम है। इसमें पाकिस्तान के विभिन्न प्रांतों की रहने वाली लड़कियों का जिक्र है।  हालिया, मामलों की बात करें तो इस सूची में शांति, सरमी मेघवाड़ और महक का नाम है।  ताजा मामला हिंदू समुदाय से संबंध रखने वाली नाबालिग लड़की महक से जुड़ा है, जिसका 15 जनवरी को सिंध प्रांत के जैकोबाबाद जिले से अपहरण कर लिया गया। पाकिस्तान में इस मुद्दे को अब सोशल मीडिया के माध्यम से उठाया जा रहा है। ऐसे मामलों में पाकिस्तान सरकार का शुरू से ही ढुलमुल रवैया रहा है, मगर चिंताजनक बात यह है कि इस तरह के मामले स्थानीय मीडिया में भी सुर्खियां नहीं बन रही हैं, जिससे अल्पसंख्यक अपने आपको अकेला महसूस कर रहे हैं। 


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Tanuja

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