दिल्ली की आग पर सियासत, आज संसद में जवाब देंगे अमित शाह

punjabkesari.in Tuesday, Dec 10, 2019 - 11:03 AM (IST)

नेशनल डेस्क: दिल्ली में रविवार को हुए भीषण अग्निकांड को लेकर राजनीति गरमा गई है। जहां भाजपा और आप एक दूसरे को कसूरवार ठहरा रहे हैं तो वहीं सोमवार को संसद के दोनों सदनों में भी यह मुद्दा उठा। सदस्यों ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कानून बनाने की मांग की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज इस मुद्दे पर जवाब देंगे।  

PunjabKesari

लोकसभा में शून्यकाल में जदयू के दिनेश चंद्र यादव और सुनील कुमार पिंटू तथा भाजपा के राजीव प्रताप रूड़ी और कांग्रेस के के. सुरेश ने यह मुद्दा उठाया। दिनेश चंद्र यादव ने कहा कि दिल्ली के अग्निकांड में जिन मजदूरों की मौत हुई है और उनमें से ज्यादातर बिहार के रहने वाले थे। उन्होंने कहा कि शवों को मृतकों के घर पहुंचाने का प्रबंध किया जाए, प्रत्येक मृतक के परिवार को 25-25 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कानून बनाया जाए। इस पर संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि इस विषय पर गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार को सदन में जवाब देंगे। 

PunjabKesari

राज्यसभा की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने इस हादसे का जिक्र करते हुए कहा कि हादसे में न केवल 43 लोगों की जान चल गई बल्कि 20 लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। शून्यकाल में भाजपा और आम आदमी पार्टी के सदस्यों ने इस अग्निकांड का मुद्दा उठाने की अनुमति मांगी थी। भाजपा के विजय गोयल ने कहा कि दिल्ली में उपहार सिनेमा अग्निकांड हुआ और इसे बाद ओखला, नरेला, नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन सहित अन्य जगहों पर भी भीषण आग लगी लेकिन इनसे कोई सबक नहीं सीखा गया। गोयल ने कहा कि हजारों की संख्या में अवैध इमारतों में फैक्टरी चल रही हैं और वहां सुरक्षा के समुचित उपाय नहीं हैं।

PunjabKesari

आम आदमी पार्टी के संजय सिंह ने कहा कि राजधानी के रानी झांसी रोड पर फिल्मिस्तान के पास अनाज मंडी स्थित चार मंजिला इमारत में कल भीषण आग लगने से जिन लोगों की जान गई, वे मजदूर थे और आजीविका की खातिर दूर दराज से दिल्ली आए थे। उन्होंने कहा कि इमारत में 100 से अधिक कामगार थे और वहां रोशनदान आदि की कोई व्यवस्था नहीं थी। बाहर से ताला बंद था और शार्ट सर्किट हो गया। सिंह ने कहा कि दिल्ली सरकार, दिल्ली नगर निगम, डीडीए सहित सभी संबद्ध प्राधिकरणों को साथ बैठ कर सुरक्षा के उपायों पर विचार करना चाहिए ताकि ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो। इससे पहले, बैठक शुरू होने पर सभापति ने इस अग्निकांड का जिक्र करते हुए कहा कि इतनी अधिक संख्या में बेकसूर लोगों की जान जाना और लोगों का घायल होना बेहद दुखद है तथा पर्याप्त सुरक्षा उपायों का अभाव चिंताजनक है। उच्च सदन में मौजूद सदस्यों ने मृतकों के सम्मान में कुछ पलों का मौन भी रखा। 
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

vasudha

Recommended News

Related News