सिंघु बॉर्डर मर्डर: अमित मालवीय ने राकेश टिकैत पर साधा निशाना, कहा- 'लखीमपुर की मॉब लिंचिंग को जायज नहीं ठहराते तो'...
punjabkesari.in Friday, Oct 15, 2021 - 02:57 PM (IST)
नेशनल डेस्क: भाजपा के आइटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने कुंडली बॉर्डर पर हुई युवक की बर्बर हत्या के बाद किसान नेता राकेश टिकैत पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, 'अगर राकेश टिकैत ने योगेंद्र यादव के बगल में बैठकर लखीमपुर में हुई मॉब लिंचिंग को जायज नहीं ठहराया होता तो, वह चुप रहते तो कुंडली में आज शख्स की हत्या नहीं होती। किसानों के नाम पर आंदोलन में हो रही अराजकता का पर्दाफाश होना चाहिए।'
उन्होंने अन्य ट्वीट में लिखा कि, 'बलात्कार, हत्या, वैश्यावृत्ति, हिंसा और अराजकता... किसान आंदोलन के नाम पर यह सब हुआ है। अब हरियाणा के कुंडली बॉर्डर पर युवक की बर्बर हत्या... आखिर हो क्या रहा है? किसान आंदोलन के नाम पर यह अराजकता करने वाले ये लोग कौन हैं जो किसानों को बदनाम कर रहे हैं?
Had Rakesh Tikait not justified mob lynching in Lakhimpur, with Yogendra Yadav, sitting next to him, maintaining sanctimonious silence, the gory murder of a youth at Kundali border would not have happened. Anarchists behind these protests in the name of famers need to be exposed. https://t.co/YkchLIQxgY
— Amit Malviya (@amitmalviya) October 15, 2021
क्या बोले थे लखीमपुर हिंसा पर टिकैत
लखीमपुर खीरी हिंसा में किसानों पर गाड़ी चढ़ाने के बाद आक्रोशित भीड़ ने बीजेपी कार्यकर्ताओं के मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद बीजेपी कार्यकर्ता किसानों का विरोध करने लगे और उनकी पहचान कर उनपर भी हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी। लेकिन इस पर राकेश टिकैत ने कहा था कि हिंसा में जो बीजेपी के कार्यकर्ता मारे गए वो ‘एक्शन का रिएक्शन’ था।मैं हत्या में शामिल लोगों को अपराधी नहीं मानता।
कुंडली बॉर्डर पर युवक की बर्बर हत्या
हरियाणा में सोनीपत जिले के कुंडली में किसानों के प्रदर्शन स्थल के पास शुक्रवार को एक अज्ञात व्यक्ति का शव धातु के एक अवरोधक से बंधा हुआ मिला। शव का एक हाथ कटा हुआ था। सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक वीडियो क्लिप में कुछ निहंगों को जमीन पर खून से लथपथ पड़े एक व्यक्ति के पास खड़े हुए देखा गया है और उसका बायां हाथ कटा हुआ पड़ा है। निहंगों को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि मृतक को सिखों की पवित्र किताब गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के लिए सजा दी गयी है।
पुलिस ने बताया कि मृतक लखबीर सिंह को पंजाब के तरण तारण का एक मजदूर बताया गया है और उसकी आयु 35 वर्ष के आसपास है। उसका शव धातु के एक अवरोधक से बंधा हुआ मिला जो केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 10 महीनों से आंदोलन कर रहे किसानों द्वारा बनाए एक मंच के पास स्थित है। किसानों का प्रदर्शन स्थल सिंघू में दिल्ली-हरियाणा सीमा के पास स्थित है।