अमरनाथ यात्रा पर जानें वाले भक्तों के लिए बड़ी खबर, सुरक्षा को लेकर लिया अहम फैसला

punjabkesari.in Tuesday, Mar 29, 2022 - 12:46 PM (IST)

जम्मू: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को बड़ी जानकारी देते हुए कहा कि 43 दिन तक चलने वाली वार्षिक अमरनाथ यात्र 30 जून से शुरू होगी। सिन्हा के अनुसार, 43 दिवसीय पवित्र तीर्थयात्रा 30 जून को सभी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए शुरू होगी और परंपरा के अनुसार रक्षा बंधन के दिन समाप्त होगी।
 

वहीं यात्रा से पहले सुरक्षाधिकारी अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के प्रति कोई ढील देकर खतरा मोल लेने के पक्ष में नहीं हैं। जिसे देखते हुए अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा की खातिर एक लाख के करीब सुरक्षाकर्मियों को जुटाने की कवायद अभी से आरंभ हो गई है। अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा की खातिर एक लाख के करीब सुरक्षाकर्मियों को जुटाने की कवायद शुरू हो गई है वहीं, आधिकारिक तौर पर 250 के करीब सुरक्षाबलों की कंपनियां यात्रा की सुरक्षा के लिए केंद्र से मांगी गई हैं। इनमें सीमा सुरक्षाबल और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान होंगे जबकि सेना तथा राज्य पुलिस के जवानों को अतिरिक्त तौर पर तैनात किया जाएगा।
 

अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार इस बार अमरनाथ यात्रा में जबरदस्त भीड़ की उम्मीद है।  वहीं यात्रा में भाग लेने वालों के लिए कोई शर्त भी नहीं है। गैर सरकारी अनुमान के तौर पर 10 लाख से अधिक लोग इसमें शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा श्री अमरनाथ यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण 11 अप्रैल से शुरू होगा।
 

यात्रा सुरक्षा का सबसे अधिक भार CRPF के कंधों पर होगा।  जम्मू-पठानकोट तथा जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर CRPF के जवानों का साथ जम्मू कश्मीर पुलिस देगी तो जम्मू-पठानकोट राजमार्ग के पाकिस्तानी सीमा से सटे इलाकों में बीएसएफ की मदद ली जाएगी। इसी प्रकार अमरनाथ यात्रा के पड़ावस्थलों के आसपास के पहाड़ों की सुरक्षा का जिम्मा सेना के हवाले कर दिया जाएगा।
 

यात्रा को लेकर अहम तैयारियां 
एसएएसबी के सीईओ नितीशवर कुमार ने पवित्र तीर्थ के मार्ग मानचित्र और मार्ग में और पवित्र गुफा में एसएएसबी द्वारा उपलब्ध कराई जा रही विभिन्न सेवाओं का संक्षिप्त विवरण दिया। बताया गया कि इस साल की यात्रा को लेकर अहम तैयारियां कर ली गई हैं। आवास की क्षमता में वृद्धि के साथ, नए यात्री निवास भवन, संवर्धित स्वास्थ्य सुविधाएं, उन्नत ट्रैक, दूरसंचार सुविधाएं, हेली सेवाएं, एसएएसबी ऐप, पोनीवालों के लिए साल भर का बीमा, यात्रियों और सेवा प्रदाताओं के लाभ के लिए कई अनूठी पहल की गई हैं।
 

 यात्रा सेवाओं का लाभ कैसे उठाएं, क्या करें और क्या न करें
इसके अलावा यात्रा सेवाओं का लाभ कैसे उठाएं, क्या करें और क्या न करें तथा आवश्यक स्वास्थ्य जांच के संबंध में भी जानकारी दी गयी। एसएएसबी ने निर्णय लिया है कि यात्रा दोनों मार्गों - अनंतनाग जिले में पहलगाम और गंदेरबल जिले के बालटाल से एक साथ शुरू होगी। बोर्ड ने हेलीकॉप्टर से यात्रा करने वाले यात्रियों को छोड़कर दैनिक मार्ग-वार तीर्थयात्रियों को 10,000 तक सीमित करने का भी निर्णय लिया है। बोर्ड ने यात्रियों के लिए 2.75 किलोमीटर लंबी बालटाल से डोमेल तक मुफ्त बैटरी कार सेवा का विस्तार करने का भी फैसला किया है। बैठक के दौरान उपराज्यपाल ने साधु और संत समाज की सुविधा के लिए अखाड़ा परिषदों व आचार्य परिषदों को विशेष निमंत्रण भेजने का भी निर्देश दिया। 
 


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Content Writer

Anu Malhotra

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