दिल्ली की माॅर्निंग वॉक खतरनाक, प्रदूषण बढ़ने से हवा हुई बेहद खराब

punjabkesari.in Sunday, Oct 11, 2020 - 09:20 AM (IST)

नेशनल डेस्क: दिल्ली की हवा ने सांसों में जहर घोलना शुरू कर दिया है। रविवार को भी राजधानी में गुणवत्ता सूचकांक खराब दर्ज किया गया, जिस कारण लोगों को सांस काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) के डाटा के अनुसार आईटीओ, पटपड़गंज,आरके पुरम और रोहिणी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) खराब स्तर पर है। 

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आईटीओ में एयर क्वालिटी इंडेक्स 264, पटपड़गंज में 228, आरके पुरम में 235 और रोहिणी में 246 है। इन चारों जगहों पर हवा की गुणवत्ता 'खराब' श्रेणी में है। वहीं  इंडिया गेट पर सैर के लिए निकले लोगों ने बताया कि लॉकडाउन के समय प्रदूषण बिल्कुल नहीं था लेकिन अब प्रदूषण काफी बढ़ रहा है तो हमें मास्क के साथ-साथ सांस लेने में और दिक्कत हो रही है। 

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वैज्ञानिकों के मुताबिक अभी हवा में सबसे ज्यादा पीएम-2.5 प्रदूषक तत्व हैं जो कि स्वस्थ व्यक्ति को भी हानि पहुंचा सकते हैं। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव का क्षेत्र और मजबूत होने की उम्मीद है और जिसके पश्चिम-पश्चिमोत्तर की ओर बढऩे और उत्तर एवं मध्य भारत के मौसम को प्रभावित कर सकता है। मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक दिल्ली में 12 अक्तूबर को सतह के नजदीक बहने वाली हवाओं की दिशा उत्तर पश्चिम से मुड़कर दक्षिण पूर्व होने की संभावना है जिसका सकारात्मक असर आने वाले हफ्ते में वायु गुणवत्ता पर दिखेगा। 

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बता दें कि दिल्ली, एनसीआर के राज्यों में अब 15 अक्तूबर से ग्रेडेड रिस्पॉन्स योजना लागू होगी। इसमें वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के उपाय सख्ती से लागू किए जाएंगे। यह कार्ययोजना पहली बार दिल्ली के साथ-साथ हरियाणा, यूपी, राजस्थान में वर्ष 2017 में लागू किया गया था। कार्ययोजना में बस, मेट्रो की सेवा सुधारी जाएंगी, पाॢकंग शुल्क में वृद्धि और डीजल से चलने वाले जेनरेटर पर रोक लगाई जाएगी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को यहां एक उच्चस्तरीय बैठक में कहा कि पराली न जलाने के सम्बन्ध में लोगों को जागरूक किया जाए।  
 


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vasudha

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