आंदोलन पर किसान संगठनों में मतभेद? दर्शन पाल की टिकैत को नसीहत- जिम्मेदारी से बयान दें
punjabkesari.in Thursday, Dec 02, 2021 - 11:13 AM (IST)
नेशनल डेस्क: किसान संगठनों में आंदोलन जारी रखने पर मतभेद नजर आने लगे हैं। कृषि कानूनों की वापसी के बाद से आए दिन किसान नेता अलग-अलग बयानबाजी कर रहे हैं। पंजाब के कुछ नेताओं ने सरकार के कदम पर संतोष जाहिर करते हुए आंदोलन वापसी तक की सलाह दे डाली है तो वहीं कुछ अन्य नेता अभी आंदोलन जारी रखने के पक्ष में हैं।
वहीं हरियाणा व यू.पी. के बहुत से किसान नेता भी आंदोलन जारी रखने के पक्ष में हैं। उनका मत है कि एम.एस.पी. समेत सभी 6 मांगों के बाद ही आंदोलन वापस लिया जाए। अलग-अलग बयानों ने संयुक्त किसान मोर्चा की परेशानी बढ़ा दी है। बुधवार को मोर्चा के अहम नेता डा. दर्शनपाल सिंह ने कहा कि किसान नेता राकेश टिकैत को सोच-समझकर बयान देने चाहिएं।
मोर्चे पर धरनारत सर्वतीय आंतिल खाप के प्रधान हवा सिंह आंतिल ने कहा कि पंजाब की कुछ जत्थेबंदियां वापसी की तैयारी में थीं लेकिन उन्होंने साफ कह दिया कि यदि वे जाएंगे तो समझ लेना कि किसानों के साथ गद्दारी करके जाएंगे। उधर किसान संगठनों की बुधवार को सिंघू बॉर्डर पर होने वाली बैठक स्थगित कर दी गई। किसान नेता राकेश टिकैत ने बताया कि छोटी-मोटी बैठकें चलती रहती हैं लेकिन आज कोई बैठक नहीं है। टिकैत ने कहा कि किसान संगठनों की बैठक 4 दिसम्बर को होनी है। उन्होंने कहा कि जब तक किसानों की सभी मांगों का सामाधान नहीं होता, यह आंदोलन चलता रहेगा।