मोदी ने साधा पाक पर निशाना, दूसरे देश के आतंरिक मामलों में दखल के खिलाफ हैं भारत-रूस
punjabkesari.in Wednesday, Sep 04, 2019 - 03:18 PM (IST)
इंटरनेशनल डेस्क (रवि प्रताप सिंह): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार तड़के (भारतीय समयानुसार) अपनी 2 दिवसीय यात्रा के लिए रूस के व्लादिवोस्तोक पहुंचे। कश्मीर मुद्दे पर भारत-पाक के बीच बढ़े तनाव के बाद मोदी की रूस यात्रा कई मायनों में अहम हो जाती है। फिलहाल वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के विशेष बुलावे पर ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम (ईईएफ) में बतौर चीफ गैस्ट हिस्सा लेने पहुंचे हैं। ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम की बैठक गुरुवार को होगी जहां मोदी अन्य देशों के नेताओं से मुलाकात करेंगे।
ईईएफ की बैठक से पहले भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई। इसमें एलएनजी, सैन्य उपकरण, सोलर पॉवर, जल मार्ग समेत ऊर्जा इत्यादि क्षेत्र में दर्जनों समझौते हुए। इस मौके पर राष्ट्रपति पुतिन ने अपने वक्तव्य में दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश को बढ़ाने पर जोर दिया। इसके साथ ही भारतीय कंपनियों का रूस में स्वागत करने की बात भी कही। पुतिन ने कहा कि रूस भारत में मिसाइल प्रणाली बनाने पर विचार कर रहा है।
वहीं, मोदी ने अपने भाषण मे कहा कि मुझे व्लादिवोस्तोक आने का सौभाग्य अपने मित्र पुतिन की वजह से मिला है। इसके लिए मैं उनका धन्यवाद करता हूं। मोदी ने आगे कहा, वर्ष 2001 में ऐसा ही समिट रूस में हुआ था। उस वक्त मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के प्रतिनिधिमंडल के साथ मुझे रूस आने का मौका मिला था।
मोदी ने आगे कहा कि हमने सहयोग को सरकारी दायरे से बाहर लाकर निजी कंपनियों और लोगों के साथ जोड़ दिया है। रक्षा उपकरण अब दोनों देशों के सहयोग से भारत में बनेंगे। हम खरीददार और विक्रेता के संबंध से आगे निकल चुके हैं।
मोदी ने पाक पर साधा निशाना
इस संयुक्त प्रैस वार्ता के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा, कि भारत-रूस किसी दूसरे देश के आंतरिक मामलों में दखल देने के खिलाफ है। यह बात पाक और उसके परम मित्र चीन के लिए भी संकेत था कि वह कश्मीर को लेकर किसी भी पैंतरेबाजी से बचे।
हालांकि कश्मीर को लेकर भारत की कूटनीति से विश्व में मुंह की खाए पाकिस्तान के सुर बदल गए हैं। पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान अब युद्ध को गैर जरूरी मानते हैं। इसके साथ ही उन्होंने पहले परमाणु बम के उपयोग से परहेज करने की बात भी कही है। हालांकि कुछ ही घंटों बाद इसका खंड़न खुद उनके विदेश मंत्रालय ने कर दिया था। वहीं, आजकल पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष कमर जावेद बाजवा देश की तरक्की के लिए लोकतंत्र को आवश्यक मानने का ज्ञान पेल रहे हैं।