दिल्ली से बड़ी छलांग लगाने की तैयारी में ‘AAP’

punjabkesari.in Wednesday, Dec 16, 2020 - 12:39 AM (IST)

नेशनल डेस्क (यशपाल सिंह) दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। इसी के साथ उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक और सियासी पार्टी की एंट्री होने वाली है। आम आदमी पार्टी अब दिल्ली से निकलकर अन्य राज्यों की ओर रुख कर रही है। AAP का फोकस 2022 के विधानसभा चुनाव पर है। पार्टी अपने विस्तार के लिए छोटे-छोटे राज्यों में अपनी पैर पसार रही है, जिससे कि आने वाले दिनों में देश की राजनीति में अपनी मौजूदगी दर्ज करा सके।

राजधानी दिल्ली से शुरूआत
फिलहाल आम आदमी पार्टी की केवल राष्ट्रीय राजधानी में ही सरकार है और केजरीवाल मुख्यमंत्री। अन्ना हजारे के आंदोलन से निकली एक ऐसी पार्टी जिसने देश की सियासत में रातोंरात तहलका मचा दिया। 26 नवंबर 2012 को आम आदमी पार्टी की स्थापना हुई, इसके संस्थापक कवि कुमार विश्वास, अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और आशुतोष वाष्णेय थे। AAP ने दिल्ली विधानसभा का पहला चुनाव लड़ा 28 सीटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई। केजरीवाल ने राज्यपाल से मतभेदों के चलते 49 दिन बाद ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि, साल 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में ‘आम आदमी पार्टी’ ने क्लीन स्वीप करते हुए 70 में से 67 सीटों पर जीत दर्ज की और केजरीवाल दूसरी बार मुख्यमंत्री बने। 2020 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर आम आदमी पार्टी को 70 में से 62 सीटें मिली हैं। केजरीवाल तीसरी बार मुख्यमंत्री बने।

पंजाब में विधानसभा चुनाव लड़ा
साल 2014 में आदमी पार्टी ने दिल्ली से निकलकर पंजाब की ओर रुख किया और लोकसभा चुनाव लड़ा, यहां पहली बार में आम आदमी पार्टी को जनसमर्थन मिला और 13 लोकसभा सीटों में से 4 सीटों पर जीत हासिल की। इसके बाद AAP ने विधानसभा का चुनाव भी लड़ा। विधानसभा चुनाव में AAP प्रमुख केजरीवाल ने दिल्ली मॉडल को पंजाब में अपनाने की बात कही। लेकिन 117 सीटों वाली विधानसभा में AAP को केवल 17 सीटों पर ही जीत मिल सकी। हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में AAP का प्रदर्शन वैसा नहीं रहा और सिर्फ 1 सीट पर ही जीत मिल सकी।

अन्य राज्यों में विस्तार का प्रयास
अब आदमी आदमी पार्टी छोटे राज्यों में अपने विस्तार में लगी हुई है, इसके लिए उन्होंने 2022 के विधानसभा चुनावों का लक्ष्य रखा है। इसकी शुरूआत पार्टी ने गोवा, उत्तराखंड जैसे राज्यों से कर दी है। जहां 2022 के विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। हाल ही में गोवा में हुए स्थानीय चुनाव में आम आदमी पार्टी ने अपने प्रत्याशी उतारे थे, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। वहीं, पार्टी उत्तराखंड में चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में भी अपने पैर पसारने का प्रयास कर रही है। जानकार ऐसा मानते हैं कि देश की सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से ही होकर जाता है, यहां लोकसभा की 80 सीटें हैं और विधानसभा की 403 सीटें।

इन राज्यों में होंगे 2022 के विधानसभा चुनाव

राज्य मुख्यमंत्री पार्टी कार्यकाल
उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ भाजपा मार्च 2017- मार्च 2022
उत्तराखंड त्रिवेंद्र सिंह रावत भाजपा फरवरी 2017- फरवरी 2022
गोवा प्रमोद सावंत भाजपा फरवरी 2017-फरवरी 2022
मणिपुर एन बीरेन सिंह भाजपा मार्च 2017- मार्च 2022
पंजाब कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस फरवरी 2017- फरवरी 2022
गुजरात विजय रुपाणी भाजपा दिसंबर 2017- दिसंबर 2022
हिमाचल प्रदेश जयराम ठाकुर भाजपा नवंबर 2017- नवंबर 2022


लक्ष्य 2022 विधानसभा चुनाव
फिलहाल आम आदमी पार्टी का लक्ष्य 2022 के विधानसभा चुनाव हैं। 2022 में सात राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिनमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गुजरात, मणिपुर, हिमाचल प्रदेश और गोवा हैं। पंजाब को छोड़कर बाकी सभी राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं और पंजाब में कांग्रेस के कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री हैं। जानकार मानते हैं कि छोटे राज्यों में आम आदमी पार्टी जल्द विस्तार कर सकती है। हालांकि राह आसान नहीं है। जानकारों का कहना है कि भाजपा के सामने आप के लिए बड़ी चुनौतियां हैं। भाजपा कैडर बेस पार्टी और AAP को अभी कैडर बनाना है। इसके अलावा जानकार कहते हैं कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस पार्टियों के बीच AAP के लिए खुद को ‘स्थापित’ करना बड़ी चुनौती साबित होगी।

इनके कंधों पर जिम्मेदारी
आम पार्टी ने पंजाब में जनरैल सिंह को प्रभारी बनाया है। गोवा का जिम्मा विधायक आतिशी सिंह को सौंपा गया है। उत्तर प्रदेश का प्रभारी राज्यसभा सांसद संजय सिंह को बनाया है। संजय सिंह उत्तर प्रदेश से ही आते हैं। उत्तराखंड का प्रभार दिनेश मोहनिया को सौंपा गया है। हिमाचल प्रदेश में संजय चौधरी को बनाया गया है। इसके अलावा सह प्रभारी किशोर झा को बनाया गया है। वहीं, गुजरात का प्रभारी मंत्री गोपाल राय को बनाया गया है।


किस राज्य में कितनी विधानसभा और लोकसभा सीटें

राज्य लोकसभा सीटें  विधानसभा सीटें
उत्तर प्रदेश 80 403
उत्तराखंड 5 71
गोवा 1 40
मणिपुर 2 60
पंजाब 13 117
गुजरात 26 182
हिमाचल प्रदेश 4 68


इन राज्यों में भी लड़ चुकी है चुनाव
AAP ने राजस्थान, कर्नाटक, मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारे थे। लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। ऐसे में केजरीवाल के सामने सबसे बड़ी चुनौती ये है कि आने वाले विधानसभा चुनावों में ‘आम आदमी पार्टी’ को कैसे एक राष्ट्रीय स्तर की पार्टी बनाया जाए। दिल्ली में खुद केजरीवाल एक बड़ा चेहरा हैं लेकिन दिल्ली के बाहर पार्टी को बड़े चेहरे की तलाश है।

 


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Yaspal

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