भारत की ऑफेंसिव डिफेंस रणनीति, चीनी सीमा पर 50,000 अतिरिक्त भारतीय सैनिकों की तैनाती

punjabkesari.in Monday, Jun 28, 2021 - 03:18 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पूर्वी लद्दाख में पिछले साल चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प के बाद अब भारत काफी अलर्ट हो गया है। भारत LAC पर चीनी सैनिकों की हर हरकत पर नजर बनाए हुए हैं ताकि उनकी हिमाकत का मुंहतोड़ जवाब दिया जा सके। LAC के नजदीक चीन की तरफ से  अतिक्रमण, इन्फ्रास्ट्रक्चर के निर्माण और सेना एवं हथियारों की तैनाती में इजाफा किए जाने के बाद अब भारत अपनी रणीति बदल रहा है। मिली जानकारी के अनुसार भारत ने चीन सीमा पर अपनी रणनीति में आक्रामक बदलाव करते हुए 50,000 अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती की है। बताया जा रहा है कि भारत ने चीन सीमा के साथ लगते तीन जिलों में सैनिकों की तैनाती बढ़ाई है। इसके अलावा फाइटर जेट्स की संख्या में भी इजाफा किया गया है। फिलहाल भारतीय सेना के 2 लाख जवान बॉर्डर पर तैनात हैं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक बीते एक साल में सैनिकों की तैनाती में 40 फीसदी का इजाफा होने के चलते यह संख्या इतनी बढ़ गई है।

 

आक्रामक जवाब देने को तैयार भारत
भारतीय सैनिकों की तैनाती बढ़ाने के पीछे मकसद है कि अगर जवानों के सामने गलवान जैसी कोई स्थिति आती है तो उनके पास विकल्प होगा कि वह आक्रामक जवाब दे सकें। इस रणनीति को ऑफेंसिव डिफेंस के तौर पर जाना जाता है। बता दें कि चीन ने भी कुछ समय पहले सीमा पर अपने सैनिकों की संख्या बढ़ाई थी। भारत ने सैनिकों की संख्या बढ़ाने के अलावा सीमा पर हथियारों की मूवमेंट को लेकर भी प्लान तैयार किया है। भारत ने सीमा के नजदीक बिल्डिंग्स, बम प्रूफ बंकरों और नए एयरफील्ड आदि का विकास किया है। 

 

गलवान हिंसा के बाद सतर्क हुआ भारत
भारत-चीन के बीच 1962 के बाद कोई युद्ध नहीं हुआ, यहां तक की दोनों देशों की तरफ से तब से गोली तक नहीं चली। भारत का ज्यादातर फोकस पाकिस्तान की तरफ रहता था लेकिन पिछले साल लद्दाख के पास गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प हुई थी। इस झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद से अब भारत को पूरी तरह से चीन पर यकीन नहीं रहा है।


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Content Writer

Seema Sharma

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