यूपी पर 6.91 लाख करोड़ का कर्ज, BJP पर भड़के चिदंबरम...बोले- 40 प्रतिशत कर्ज योगी सरकार की देन

punjabkesari.in Sunday, Feb 27, 2022 - 03:40 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने रविवार को बेरोजगारी और गरीबी के आंकड़ों के साथ शिक्षा-स्वास्थ्य सहित अन्य क्षेत्रों में उत्तर प्रदेश की कथित बदहाली की तस्वीर पेश की और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा। चिदंबरम ने कहा कि इस प्रदेश पर 6 लाख 62 हजार 91 करोड़ का कर्ज है, जिसमें से 40 प्रतिशत योगी सरकार की देन है। रविवार को यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में चिदंबरम ने कहा, ''आज उत्तर प्रदेश में पांचवें चरण का मतदान हो रहा है। बहुत ही मेहनत से यह चुनाव लड़ा जा रहा है। चार प्रमुख पार्टियां हैं, जो यहां चुनाव लड़ रही हैं और अपनी-अपनी बात मतदाताओं के सामने रख रही हैं।''

उन्होंने कहा, ''कांग्रेस पार्टी लगभग सारी सीटों पर चुनाव लड़ रही है। प्रियंका गांधी ने जो प्रचार और संवाद यहां किया, उसमें 'लड़की हूं लड़ सकती हूं' नारा देकर पूरे देश में एक नया आयाम जोड़ा। इससे पूरे देश की राजनीति एक तरह से करवट बदलती दिखाई दे रही है।'' कांग्रेस नेता ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, ''मैंने इस चुनाव को देखा और समझा, नेताओं के भाषण सुने और उसके मद्देनजर मैं यूपी के भविष्य को लेकर चिंतित और आशंकित हूं।'' उन्होंने आरोप लगाया कि योगी सरकार एक तानाशाही सरकार है, जिसमें महिला सुरक्षा नाम की कोई चीज नहीं रह गई है और प्रदेश में जातीय और मजहबी उन्माद फैलाया जा रहा है।

चिदंबरम ने यूपी की जनता का आह्वान करते हुए कहा कि आपका राज्य एक ऐतिहासिक मोड़ पर खड़ा है और अगर आप सही बटन दबाएंगे तो परिवर्तन आएगा और भविष्य में भी जारी रहेगा। उन्होंने दावा किया कि यूपी में जो सकल घरेलू उत्‍पाद (जीडीपी) 2017 में 11.4 प्रतिशत था, वह अब घटकर -6.4 प्रतिशत हो गया है और प्रति व्यक्ति आय भी राष्ट्रीय आय की आधी रह गई है। कांग्रेस नेता ने कहा कि योगी सरकार में प्रति व्यक्ति आय 1.9 प्रतिशत घट गई है और यूपी पर 6 लाख 62 हजार 91 करोड़ का कर्ज है, जिसमें से 40 प्रतिशत मौजूदा सरकार की देन है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाते हुए चिदंबरम ने कहा, ''यूपी बड़ी आबादी वाला राज्य है और देश में सबसे मेहनतकश लोग यहां पाए जाते हैं।

आठ प्रधानमंत्री इस प्रदेश ने देश को दिए, लेकिन आज भी यूपी गरीब है, इसके लोग गरीब हैं।'' उन्होंने कहा कि आर्थिक व सामाजिक पैमाने पर यूपी पूरे देश में सबसे निचले पायदान पर है और यह देखकर अफसोस होता है। चिदंबरम ने कहा कि नीति आयोग का जो बहुआयामी गरीबी सूचकांक का आंकड़ा आता है, वह दिखाता है कि यूपी की 37.9 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा से नीचे है। उन्होंने कहा कि 12 जिलों में यह आंकड़ा 50 प्रतिशत से अधिक है और इनमें से तीन जिलों-श्रावस्ती, बहराइच और बलरामपुर में यह 70 प्रतिशत से ज्यादा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सबसे ज्यादा नुकसान नई पीढ़ी को हो रहा है, क्योंकि यूपी में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर है।

उन्होंने दावा किया कि अप्रैल 2018 से राज्य में बेरोजगारी दर दहाई के आंकड़े में आ गई है और हर चार में से एक नौजवान बेरोजगार है। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार खाली पदों को नहीं भर रही है, क्योंकि नौकरी देना उसकी नीयत में नहीं है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का हर 16वां व्‍यक्ति अपने राज्य, अपने गांव को छोड़कर नौकरी के लिए बाहर जाता है। कांग्रेस नेता ने सवाल उठाया कि 2 लाख 77 हजार शिक्षकों की कमी जिस राज्य में हो, वहां शिक्षा का स्तर कैसा हो सकता है। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्रों में बदहाली की तस्वीर पेश की और यूपी के मतदाताओं से सवाल किया कि क्या आप सोचकर वोट दे रहे हैं, क्‍या जब आप मतदान के लिए जाते हैं तो आपके सामने ये आंकड़े होते हैं, इन्हें देखकर आप किसे वोट देंगे।


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Content Editor

rajesh kumar

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