BJP नेता बोले-महाराष्ट्र के दो और मंत्री अगले 15 दिनों में देंगे इस्तीफा, राष्ट्रपति शासन लगाने का यह सही समय

punjabkesari.in Thursday, Apr 08, 2021 - 02:53 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भाजपा की महाराष्ट्र ईकाई के प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने गुरुवार को दावा किया कि राज्य के दो और मंत्रियों को 15 दिनों में इस्तीफा देना पड़ेगा और राज्य में ‘‘राष्ट्रपति शासन लागू करने के लिहाज से उपयुक्त स्थिति'' है। उन्होंने यह टिप्पणी तब की जब एक दिन पहले निलंबित पुलिसकर्मी सचिन वाजे ने एक चिट्ठी में दावा किया कि राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मुंबई पुलिस में उनकी सेवा जारी रखने के लिए दो करोड़ रुपए मांगे थे और एक अन्य मंत्री अनिल परब ने उनसे ठेकेदारों से पैसा इकट्ठा करने के लिए कहा था। राकांपा के वरिष्ठ नेता देशमुख ने सोमवार को गृह मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।

 

बंबई हाईकोर्ट ने मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा उनके खिलाफ लगाए भ्रष्टाचार के आरोपों की CBI जांच का आदेश दिया है। शिवसेना नेता परब ने आरोपों को खारिज कर दिया है। पाटिल ने गुरुवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में किसी का नाम लिए बगैर दावा किया कि आने वाले 15 दिनों में राज्य के दो मंत्रियों को इस्तीफा देना पड़ेगा। कुछ लोग इन मंत्रियों के खिलाफ अदालत में जाएंगे और फिर उन्हें इस्तीफा देना पड़ेगा। पाटिल ने कहा कि ऐसा हो सकता है कि अनिल देशमुख के खिलाफ आरोपों की जांच में परिवहन मंत्री अनिल परब के खिलाफ लगे आरोप भी शामिल कर लिए जाए। भाजपा नेता ने कहा कि महाराष्ट्र राष्ट्रपति शासन लगाने के लिहाज से उपयुक्त है।'' उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी यह मांग नहीं कर रही है।

 

पाटिल ने कहा कि राज्य में जो चल रहा है उससे विशेषज्ञ यह बता सकते हैं कि राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए और क्या चाहिए। उन्होंने पूछा कि अगर आप हर चीज के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराना चाहते हैं तो राज्य का प्रशासन केंद्र सरकार के हाथ में क्यों नहीं दे देते।'' पाटिल ने आरोप लगाया कि अनिल देशमुख एक ‘‘पाखंडी'' है क्योंकि वह बंबई हाईकोर्ट की CBI जांच के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में गए हैं। पाटिल ने दावा किया कि अगर दस्तावेजी सबूत आए तो महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण कानून (मकोका) के प्रावधान लागू होंगे।


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Content Writer

Seema Sharma

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