15 लाख लोगों ने उठाया 'हुनर हाट' का लुत्फ़, क्या आपने देखा इंडिया गेट का यह खूबसूरत नजारा?

punjabkesari.in Sunday, Feb 23, 2020 - 04:22 PM (IST)

नेशनल डेस्क: केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने रविवार को कहा कि इंडिया गेट लॉन में 13 से फरवरी आयोजित ‘हुनर हाट' ऐतिहासिक एवं सफल रहा और पिछले 11 दिनों में 15 लाख से ज्यादा लोग पहुंचे हैं। यहां उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आकर दस्तकारों की हौसला अफजाई की।

PunjabKesari

नकवी ने 20वेें हुनर हाट के समापन पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि उपराष्ट्रपति 20 फरवरी, प्रधानमंत्री 19 फरवरी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला 18 फरवरी को यहां आये और देश के कोने-कोने से आये और उस्तादों से बातचीत की एवं उनके हुनर को सराहा। 

PunjabKesari

मोदी ने ‘मन की बात' में हुनर हाट एवं उसमे भाग ले रहे दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों एवं उनके स्वदेशी उत्पादों की प्रशंसा कर देश में दस्तकारी की शानदार विरासत को जानदार बनाने के संकल्प को दोहराया है। नकवी ने कहा कि 19 फरवरी को प्रधानमंत्री के हुनर हाट में औचक भ्रमण से दस्तकारों, शिल्पकारों, खानसामों के हुनर को पूरे विश्व में एक नई पहचान मिली है। प्रधानमंत्री ने कुल्हड़ वाली चाय और बिहार के स्वादिष्ट लिट्टी चोखे का आनंद भी लिया था । 

PunjabKesari

हुनर हाट का उद्घाटन रेल एवं वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने 13 फरवरी को किया था। नकवी ने कहा कि ‘कौशल को काम' थीम पर आधारित इस हुनर हाट में केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद; श्रीमती स्मृति ईरानी; महेंद्र नाथ पांडे; डा. जितेन्द्र सिंह; वरिष्ठ अधिकारी; विभिन्न देशों के वरिष्ठ राजनयिक एवं देश-विदेश के गणमान्य व्यक्ति भी पहुंचे और उन्होंने देश भर से यहाँ आये दस्तकारों, शिल्पकारों के दुर्लभ स्वदेशी हस्तनिर्मित उत्पादों की भूरी-भूरी प्रशंसा की।

PunjabKesari

इस हुनर हाट में देश के हर कोने से 250 से अधिक दस्तकारों, शिल्पकारों, खानसामों ने भाग लिया जिनमेें पहली बार 50 प्रतिशत से अधिक महिला दस्तकार शामिल हुई। नकवी ने कहा कि हुनर हाट देश भर के दस्तकारों, शिल्पकारों, खानसामों के ‘स्वदेशी विरासत के सशक्तिकरण' एवं उनके आर्थिक सशक्तिकरण का ‘मेगा मिशन' साबित हुआ। दस्तकारों, शिल्पकारों के स्वदेशी-हस्तनिर्मित उत्पादों की न केवल करोड़ों रूपए की बिक्री हुई बल्कि उन्हें देश-विदेश से बड़े पैमाने पर आडर्र भी मिले हैं। 
PunjabKesari


सबसे ज्यादा पढ़े गए

vasudha

Recommended News

Related News