आईजी फ्रेश प्रोड्यूस कीवी की खेती के लिए अरुणाचल प्रदेश में 100 करोड़ रुपये का निवेश करेगी
punjabkesari.in Tuesday, Aug 16, 2022 - 08:26 PM (IST)
मुंबई, 16 अगस्त (भाषा) ताजा फलों की आयातक आईजी इंटरनेशनल की चंडीगढ़ स्थित अनुषंगी आईजी फ्रेश प्रोड्यूस ने मंगलवार को कहा कि वह अरुणाचल प्रदेश में कीवी और बेर, चेरी, आडू और अखरोट जैसे फलों (‘स्टोन’ फलों) की खेती के लिए अगले पांच वर्षो में 100 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
आईजी फ्रेश प्रोड्यूस ने बयान में कहा कि कंपनी ने इस प्रयास के लिए अरुणाचल प्रदेश कृषि विपणन बोर्ड (एपीएएमबी) और पश्चिम कामेंग जिले के नामशु गांव के किसानों के साथ एक समझौता किया है। इसके लिए खेती 40 हेक्टेयर से अधिक भूमि में की जाएगी।
इस समझौते के तहत आईजी फ्रेश प्रोड्यूस और एपीएएमबी चरणबद्ध तरीके से खेती, अनुसंधान और विकास तथा कटाई के बाद की गतिविधियों को सुनिश्चित करेंगे।
आईजी फ्रेश प्रोड्यूस के अध्यक्ष गौतम झा ने कहा, ‘‘अरुणाचल प्रदेश एक ऐसा राज्य है जो प्राकृतिक रूप से समृद्ध है। हम 100 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रहे हैं और भारत के नैसर्गिक बागानों में तैयार किए गए प्रथम श्रेणी के उत्पादों की खेती, समुचित देखभाल, शोध एवं विकास तथा फसल बाद के उपचार आदि के लिए एक प्राकृतिक प्रयोगशाला बनाने को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं।’’ अरुणाचल प्रदेश के कृषि मंत्री तागे टाकी ने कहा कि यह न केवल वित्तीय मूल्य के संदर्भ में बल्कि राज्य और उसके किसानों के प्रति दिखाए गए भरोसे के संदर्भ में भी एक बहुत बड़ा निवेश है।
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार किसानों को सब कुछ मुहैया कराएगी और आईजी फ्रेश प्रोड्यूस को हमारे देश में सबसे अच्छे और सबसे स्वादिष्ट फल उगाने की जरूरत है।’’
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
आईजी फ्रेश प्रोड्यूस ने बयान में कहा कि कंपनी ने इस प्रयास के लिए अरुणाचल प्रदेश कृषि विपणन बोर्ड (एपीएएमबी) और पश्चिम कामेंग जिले के नामशु गांव के किसानों के साथ एक समझौता किया है। इसके लिए खेती 40 हेक्टेयर से अधिक भूमि में की जाएगी।
इस समझौते के तहत आईजी फ्रेश प्रोड्यूस और एपीएएमबी चरणबद्ध तरीके से खेती, अनुसंधान और विकास तथा कटाई के बाद की गतिविधियों को सुनिश्चित करेंगे।
आईजी फ्रेश प्रोड्यूस के अध्यक्ष गौतम झा ने कहा, ‘‘अरुणाचल प्रदेश एक ऐसा राज्य है जो प्राकृतिक रूप से समृद्ध है। हम 100 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रहे हैं और भारत के नैसर्गिक बागानों में तैयार किए गए प्रथम श्रेणी के उत्पादों की खेती, समुचित देखभाल, शोध एवं विकास तथा फसल बाद के उपचार आदि के लिए एक प्राकृतिक प्रयोगशाला बनाने को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं।’’ अरुणाचल प्रदेश के कृषि मंत्री तागे टाकी ने कहा कि यह न केवल वित्तीय मूल्य के संदर्भ में बल्कि राज्य और उसके किसानों के प्रति दिखाए गए भरोसे के संदर्भ में भी एक बहुत बड़ा निवेश है।
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार किसानों को सब कुछ मुहैया कराएगी और आईजी फ्रेश प्रोड्यूस को हमारे देश में सबसे अच्छे और सबसे स्वादिष्ट फल उगाने की जरूरत है।’’
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