दिसम्बर की घटना के बाद अधिक सावधानी की वजह से असम राइफल्स के दो जवान घायल : अधिकारी
punjabkesari.in Tuesday, Aug 16, 2022 - 10:17 AM (IST)
मुंबई, 15 अगस्त (भाषा) नगालैंड में पिछले साल हुई घटना में 13 नागरिकों के मारे जाने के बाद सुरक्षा बलों की अतिरिक्त सावधानी के कारण सोमवार को वहां उग्रवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में दो जवान घायल हुए हैं। एक शीर्ष अधिकारी ने यहां यह जानकारी दी है।
नगालैंड के मोन जिले में सोमवार तड़के एनएससीएन-के (युंग आंग) के उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ में असम राइफल्स के दो जवान घायल हो गए।
अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, "सामान्य परिस्थितियों में, स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस जैसे अवसर पर अतिरिक्त सुरक्षा खतरे की आशंका के मद्देनजर, सीमावर्ती इलाकों में रात में किसी भी गतिविधि की अनुमति नहीं होती है।"
अधिकारियों ने कहा कि हालांकि, दिसंबर 2021 में नगालैंड की घटना की पृष्ठभूमि में, सुरक्षा बलों को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी पड़ी ताकि निर्दोष नागरिकों को कोई नुकसान न हो।
अधिकारी ने कहा, "परिणामस्वरूप, आज की घटना में उग्रवादियों ने पहल की थी और पहले गोलियां चलाईं, जिससे सुरक्षाकर्मियों को नुकसान हुआ।"
नगालैंड में मोन जिले के ओटिंग-तिरू इलाके में चार दिसंबर, 2021 को गलत पहचान के कारण उग्रवादियों पर घात लगाकर की गयी गोलीबारी में 13 नागरिक मारे गए थे।
नगालैंड पुलिस ने उस घटना में एक मेजर रैंक के अधिकारी सहित 21 पैरा स्पेशल फोर्स के कम से कम 30 जवानों के खिलाफ आरोप-पत्र दायर किया था।
सोमवार की मुठभेड़ की घटना फोमचिंग क्षेत्र के न्यासा गांव में तड़के 2.35 बजे तब हुई जब सुरक्षाकर्मियों ने जंखम से न्यासा के बीच जंगल ट्रैक पर संदिग्ध गतिविधि देखी। पकड़े जाने पर, उग्रवादियों ने जवानों पर गोलियां चला दीं, जिसमें असम राइफल्स के दो जवान घायल हो गए।
अधिकारी ने बताया कि जवानों की हालत स्थिर है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
नगालैंड के मोन जिले में सोमवार तड़के एनएससीएन-के (युंग आंग) के उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ में असम राइफल्स के दो जवान घायल हो गए।
अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, "सामान्य परिस्थितियों में, स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस जैसे अवसर पर अतिरिक्त सुरक्षा खतरे की आशंका के मद्देनजर, सीमावर्ती इलाकों में रात में किसी भी गतिविधि की अनुमति नहीं होती है।"
अधिकारियों ने कहा कि हालांकि, दिसंबर 2021 में नगालैंड की घटना की पृष्ठभूमि में, सुरक्षा बलों को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी पड़ी ताकि निर्दोष नागरिकों को कोई नुकसान न हो।
अधिकारी ने कहा, "परिणामस्वरूप, आज की घटना में उग्रवादियों ने पहल की थी और पहले गोलियां चलाईं, जिससे सुरक्षाकर्मियों को नुकसान हुआ।"
नगालैंड में मोन जिले के ओटिंग-तिरू इलाके में चार दिसंबर, 2021 को गलत पहचान के कारण उग्रवादियों पर घात लगाकर की गयी गोलीबारी में 13 नागरिक मारे गए थे।
नगालैंड पुलिस ने उस घटना में एक मेजर रैंक के अधिकारी सहित 21 पैरा स्पेशल फोर्स के कम से कम 30 जवानों के खिलाफ आरोप-पत्र दायर किया था।
सोमवार की मुठभेड़ की घटना फोमचिंग क्षेत्र के न्यासा गांव में तड़के 2.35 बजे तब हुई जब सुरक्षाकर्मियों ने जंखम से न्यासा के बीच जंगल ट्रैक पर संदिग्ध गतिविधि देखी। पकड़े जाने पर, उग्रवादियों ने जवानों पर गोलियां चला दीं, जिसमें असम राइफल्स के दो जवान घायल हो गए।
अधिकारी ने बताया कि जवानों की हालत स्थिर है।
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